हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की जिसमें प्रदेश मुख्यमंत्री और तकनीकी शिक्षा मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए। उन्होंने आरोप लगाए कि स्थाई कैंपस का उद्घाटन मुख्यमंत्री खुद करके गए हैं फिर भी वहां पर शिफ्ट क्यों नहीं किए जा रहा। जानकारी देते हुए एबीवीपी पदाधिकारी सूरज ने कहा आज का धरना प्रदर्शन इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि पिछले 2 सालों से स्टूडेंट के लिए कोई स्थाई कैंपस नहीं था। कैंपस बनने के बाद भी स्टूडेंट्स को वहां पर शिफ्ट क्यों नहीं किया जा रहा और लाइब्रेरी की व्यवस्था भी नहीं दी जा रही।
पिछले 2 सालों से खाली चल रहे अध्यापकों के पदों को ही नहीं भरा जा रहा। फिजिक्स और होटल मैनेजमेंट टेस्ट मैच के लिए लैब की व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई है। साथ ही सरकार से मांग करते हैं कि बच्चे तकनीकी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन फीस अधिक होने के कारण वह पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि कई बच्चे ऐसे हैं जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और तकनीकी विश्वविद्यालय के लिए सरकार से कोई बजट भी नहीं उपलब्ध होता है। हम सरकार से मांग करते हैं तकनीकी विश्वविद्यालय के लिए बजट का प्रावधान किया जाए, फीस में कटौती की जाए।
उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा मुख्यमंत्री दिल्ली चुनावों में यह बातें करते हुए दिखे कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में बहुत सुधार है। लेकिन हम उनको बता देना चाहते हैं कि दिल्ली के मुकाबले हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में जीरो है। जब से केजरीवाल नई दिल्ली का नेतृत्व संभाला है इसके बाद शिक्षा प्रणाली में बहुत सुधार दिल्ली में देखा गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं को उठाने के लिए कुलपति सरकार के समक्ष हमारी मांगों को रखने का पुरजोर प्रयास करते हैं। लेकिन प्रदेश सरकार उनको नकारती नजर आती है। जिससे साफ हो जाता है कि प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता पर कितना ध्यान दे रही है।