फर्जी डिग्री मामले को लेकर ABVP ने विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से भेंट कर ज्ञापन सौंपा। ABVP ने मांग करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी निजी शिक्षण संस्थानों की जांच की जाए और नियामक आयोग के अध्यक्ष के.के कटोच को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। ABVP की मांग पर शिक्षा मंत्री ने आश्वासन जताया है कि जो भी ऐसी घटनाएं सामने आएंगी उन्हें बिल्कुल भी बर्दाश नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
ABVP के प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के व्यापारीकरण और फर्जीवाड़े का मामला आज प्रदेश के सामने आया है। 2009 में जब प्रदेश में एक साथ 10 से अधिक निजी विश्वविद्यालय खोले गए तो विद्यार्थी परिषद में इसका विरोध किया था। विद्यार्थी परिषद ने मांग की थी कि छोटे से प्रदेश में इतने अधिक निजी विश्वविद्यालय को खोलना उचित नहीं है। ये गुणात्मक शिक्षा के बजाय शिक्षा को बेचने का गोरख धंधा बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने उस समय शिक्षा के व्यापारीकारण के विरुद्ध प्रदेशव्यापी आंदोलन किया था और शिक्षा के व्यापारी करण को बंद करने की मांग की थी। परंतु आज या सच साबित हुआ है । सबके सामने मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्रियां बेचने का मामला सामने आया है। विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है की प्रदेश की सभी निजी विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थानों की उचित जांच की जाए ताकि शिक्षा के व्यापारीकरण के इस तरह के कुकृत्य ना हो जो विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करें और प्रदेश की छवि को खराब करें।
विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि निजी विश्वविद्यालय की निगरानी हेतु बने नियामक आयोग की भी जवाबदेही ली जाए की उनकी निगरानी में प्रदेश के अंदर इतना बड़ा फर्जीवाड़ा कैसे हो रहा है। विधार्थी परिषद सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द सभी निजी विश्वविद्यालय की जांच की जाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद प्रदेशव्यापी आंदोलन से गुरेज नहीं करेगी। जिला संयोजक सचिन ने चेतावनी देते हुए बताया कि यदि अभी भी इस प्रकार के निजी विश्विद्यालयों में फर्जीवाड़ा चला रहा तो विद्यार्थी परिषद एक बहुत बड़े आंदोलन करने से भी परहेज नहीं करेंगी।