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नौणी विवि में बागवानी, वानिकी कार्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू, यहां करें आवेदन

  • नौणी विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू

  • बागवानी, वानिकी, जैव प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक खेती व फूड टेक्नोलॉजी कोर्सों के लिए आवेदन

  • सामान्य सीटों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई, पीजी के लिए 16 जून



Nauni University admissions 2025: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी हैबागवानी, वानिकी, जैव प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक खेती, खाद्य प्रौद्योगिकी और कृषि-व्यवसाय जैसे विविध क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है।

विश्वविद्यालय के अनुसार, आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी, जो कि www.yspuniversity.ac.inपर उपलब्ध है। यहां से विस्तृत विवरणिका भी डाउनलोड की जा सकती है।

स्नातक स्तर पर बीएससी (ऑनर्स) बागवानी, बीएससी (ऑनर्स) वानिकी, बीएससी एग्रीकल्चर (ऑनर्स) नेचुरल फार्मिंग, बीटेक फूड टेक्नोलॉजी (स्व-वित्तपोषण) और बीटेक बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। ये कार्यक्रम मुख्य रूप से नौणी, नेरी और थुनाग परिसरों में संचालित किए जाएंगे।

परास्नातक (एमएससी) स्तर पर बागवानी, कीट विज्ञान, फल विज्ञान, फ्लोरीकल्चर, खाद्य प्रौद्योगिकी, पादप रोग विज्ञान, बीज विज्ञान, मॉलेक्यूलर बायोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, वन विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, और एमबीए एग्री बिजनेस मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में गहन अध्ययन का विकल्प है।

ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि


  • स्नातक सामान्य सीटों के लिए अंतिम तिथि: 31 मई

  • स्व-वित्तपोषित सीटों के लिए अंतिम तिथि: 30 जून

  • स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए अंतिम तिथि: 16 जून

  • यूजी प्रवेश परीक्षा: 15 जून, परिणाम: 25 जून

  • पीजी प्रवेश परीक्षा: 5 जुलाई, परिणाम: 11 जुलाई

  • स्व-वित्त यूजी सीटों की सूची: 07 जुलाई

  • यूजी परीक्षा केंद्र: सोलन, हमीरपुर, सुंदरनगर, पालमपुर, रामपुर


यूजी सामान्य सीटों पर प्रवेश परीक्षा के अंकों पर आधारित होगा, जबकि स्ववित्तपोषित सीटों पर 10+2 में अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन और जीवविज्ञान/गणित में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट बनेगी। पीजी कार्यक्रमों में प्रवेश प्रवेश परीक्षा के अंकों से होगा।

छात्र सामान्य और स्ववित्तपोषित दोनों श्रेणियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय की यह पहल कृषि और वानिकी के उभरते क्षेत्रों में युवाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।