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बिजली बोर्ड के कटों से परेशान एडवोकेट ने भेजा क़ानूनी नोटिस..

रविंदर, ऊना |

बिजली बोर्ड द्वारा बिना बताए लगाए जा रहे घंटों लंबे कटों को लेकर अब उपभोक्ताओं ने बोर्ड को कोर्ट में घसीटना शुरू कर दिया है। बिजली बोर्ड के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से खफा और नुकसान झेलने वाले जिला ऊना के डंगोली निवासी उपभोक्ता एडवोकेट दिनेश वशिष्ठ ने बिजली बोर्ड को कानूनी नोटिस भेजा है। बिजली बोर्ड द्वारा लगाए गए अघोषित बिजली कट के चलते दिनेश वशिष्ठ के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हुए हैं। जिसके चलते उन्होंने बोर्ड को नोटिस थमा कर नुकसान की भरवाई की मांग की है।

अधिवक्ता दिनेश वशिष्ठ के अनुसार छह अगस्त को अचानक ही उनके गांव में बिजली बोर्ड द्वारा अघोषित बिजली कट लगा दिया गया। इसके बाद आठ अगस्त को भी बिना सूचना के ही विद्युत बोर्ड की ओर से कट लगाया गया। आठ अगस्त को सुबह करीब आठ बजे वह अपने घर में पर्सनल कंप्यूटर पर कानूनी केस संबंधी काम कर रहे थे। लेकिन अचानक ही क्षेत्र में बिजली कट लग गया। जिसके चलते उनका डेल कंपनी का कंप्यूटर बंद हो गया।

जिसकी शिकायत उन्होंने बिजली बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर भी की है। उन्होंने कहा है कि पाॅवर कट की वजह से उनके कंप्यूटर की स्क्रीन खराब हो गई है, जिसके चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि उनके कंप्यूटर की स्क्रीन की कीमत करीब 5600 रुपये है। वहीं, कंप्यूटर की स्क्रीन खराब होने के कारण वह अपना काम भी पूरा नहीं कर पाए, जिसके चलते उन्हें नुकसान झेलना पड़ा। उन्होंने बिजली बोर्ड को जारी नोटिस के माध्यम से दो माह के भीतर 30 हजार रुपये के नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।

समय पर नुकसान की राशि की अदायगी नहीं होती है तो इसके लिए विद्युत बोर्ड जिम्मेदार होगा। गौरतलब है कि अकेले डंगोली ही नहीं, क्षेत्र के करीब दस गांवों के लोग बिजली बोर्ड की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं। हर रोज पड़ने वाले फॉल्ट्स के कारण लोगों को हजारों रूपये का नुकसान उठाना पड़ा है। बिजली बोर्ड के प्रति लोगों में भारी गुस्सा है। लोगों का आरोप है कि एक ओर जहां बिजली बोर्ड पॉवर सप्लाई में भारी लापरवाही बरत रहा है, वहीं दूसरी ओर बोर्ड के कर्मचारी भी लोगों के साथ गलत तरीके से पेश आते हैं।