बिलासपुर के बाद अब हमीरपुर में भी डेंगू ने पांव पसार दिए हैं। राधाकृष्णनन मैडिकल कॉलेज हमीरपुर में हर रोज 2 या 3 डेंगू के मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। एस आर एल मैडिकल लैब में जांच के बाद इनको हॉस्पिटल में उपचार दिया जा रहा और इसमें कुछ हद तक डाक्टर नियंत्रण करने में लगे हैं। जहां पर डेंगू के मरीजों को दाखिल किया गया वहां पर डाक्टर दिन में एक या दो बार ही राउंड लगाते हैं।
हमीरपुर हॉस्पिटल की नर्स पर मरीज और परिजन कई बार आरोप लगा चुके हैं कि वे मरीज से सही ढंग से बात नहीं करती है और उपचार में भी कम ही दिलचस्पी लेती है। यदि नर्स से बात की जाए तो वो कहती है कि हम क्या करेंगी यहां पर नर्स का स्टाफ कम है। एक नर्स के पास 70 से 80 मरीज होते हैं। ऐसे में कैसे मरीजों का उपचार हो पाएगा।