हिमाचल के चार जिलों में पेट्रोलियम पदार्थ और प्राकृतिक गैस की खोज की जा रही है। ऊना के बाद अब बिलासपुर, सोलन और हमीरपुर जिलों में सर्वे हो रहा है। इन दिनों बिलासपुर के स्वारघाट व इससे सटे जिला सोलन के रामशहर क्षेत्र में 76 किलोमीटर की सीधी लाइन में दिन-रात काम किया जा रहा है। भू-वैज्ञानिक कई स्थानों पर 60 फीट तक गहरी बोरिंग करके केंद्र को डिजिटल आंकड़े भेज रहे हैं।
ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) के माध्यम से अल्फा जीईओ इंडिया लिमिटेड हैदराबाद कंपनी के वैज्ञानिक दिसंबर तक सर्वे को पूरा कर लेंगे। ओएनजीसी से सेवानिवृत्त भू-वैज्ञानिक एवं प्रोजेक्ट के प्रभारी डॉ. डीआर कोठियाल ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
लेकिन हिमाचल सरकार व संबंधित जिलों के प्रशासन के अधिकारियों का उन्हें बहुत सहयोग मिल रहा है जिससे कार्य दिन-रात प्रगति से चल रहा है। स्वारघाट के बेस कैंप में 24 घंटे वैज्ञानिकों की ओर से डिजिटल आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हिमाचल में पेट्रोलियम पदार्थ एवं प्राकृतिक गैस का भंडार मिलता है तो भारत सरकार के साथ ही हिमाचल प्रांत को भी बड़ा फायदा होगा।