प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत कृषि अधिकारियों के लिए राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान मशोबरा में आयोजित 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शनिवार को समाप्त हुआ। प्रशिक्षण शिविर के दौरान कृषि अधिकारियों को कृषि कार्यक्रमों में सुधार और नवीन तकनीकों के प्रसार के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर के दौरान विशेष कृषि सचिव और प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर ने कहा कि वित्त वर्ष के लिए तय लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है और अब अधिकारियों को आगामी वर्ष में ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्रभावी कार्ययोजना बनाकर प्राकृतिक खेती से जोड़ना होगा।
उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारियों के आपसी सामंजस्य और भागीदारी से ही हम प्राकृतिक खेती राज्य बनने का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा यह 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारियों की कार्य दक्षता में और अधिक सुधार लाएगा। इसके अलावा प्रशिक्षण में दी गई जानकारी से उन्हें डाटा रिकार्डिंग, प्रसार और अन्य गतिविधियों में लाभ मिलेगा। 6 दिन तक चले इस प्रशिक्षण शिविर में कृषि विभाग के एटीएम अधिकारियों को प्रदेश में चल रही प्राकृतिक खेती की अवधारणा और इसे किसानों तक पहुंचाने के तरीकों के बारे में बताया गया।
इसके साथ ही प्रशिक्षण शिविर के दौरान प्रशिक्षुओं को योगाभ्यास करवाकर तनावमुक्त रहने के टिप्स भी दिए गए। शिविर में सबसे ज्यादा ध्यान कृषि अधिकारियों की कार्यक्षमता बढ़ाकर उन्हें आगामी वर्ष के लिए तय लक्ष्य को प्राप्त करने की तरफ दिया गया। इस शिविर में प्रदेश के 6 जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, किन्नौर, कांगड़ा और लाहौल स्पिति से आए 50 सहायक तकनीकी प्रबंधक (एटीएम) अधिकारियों ने भाग लिया।