भूटान के घने जंगलों में भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर चीता क्रैश हो गया। जिससे दो पायलट शहीद हो गए हैं। हादसे में जिला कांगड़ा के सुलह निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार भी शहीद हो गए। हादसे का कारण घना कोहरा बताया जा रहा है। जिस कारण पायलट को कुछ दिखाई नहीं दिया और हादसा हो गया।
रजनीश परमार के आकस्मिक निधन की खबर के बाद से उनके पैतृक गांव ननाओ में मातम पसरा हुआ है। लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश 42 साल के थे। रजनीश के पिता मुक्तियार सिंह एयर फोर्स से रिटायर्ड हैं। शहीद रजनीश अपने पीछे पत्नी, मां-बाप और एक बेटा छोड़ गए। फ़िलहाल उनके पैतृक गांव में उनकी पार्थिव देह का इंतज़ार हो रहा है।