जिला हमीरपुर के सिविल अस्पताल धर्मपुर में सुबह 3 बजे के करीब 3-4 लोगों ने वहां पर कार्यरत डॉक्टर, स्टाफ नर्स और क्लास फोर को भद्दी गालियां दी और मारने की कोशिश की और अस्पताल परिसर के अंदर तोड़फोड़ की जो की बहुत ही निंदनीय है। महामारी के इस काल के अंदर इस तरह की घटनाएं मानवता को ना केवल शर्मिंदा करती हैं। बल्कि इस महामारी से लड़ रहे करोना योद्धाओं के मनोबल को भी गिराती हैं।
हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ के महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि सरकार से हमने पहले भी हजारों बार कर वध प्रार्थना की थी कि कम से कम सीएचसी और सिविल अस्पताल के स्तर तक सिक्योरिटी गार्डस की तैनाती की जाए और साथ में सीसीटीवी कैमरा हुटरस के साथ स्थापित किए जाएं। लेकिन सरकारें हर बार इस पर कोताही बरत रही हैं और इस तरह के इक्का-दुक्का अराजक तत्व ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं।
देखने में आया है कि उसके बाद उन पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। डॉक्टर ने कहा कि जल्द से जल्द आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जाए क्योंकि अब पानी सिर से ऊपर बहने लगा है। स्वास्थ्य कर्मचारियों को ऐसे माहौल में काम करने में बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।