आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स ने गुरूवार को अपनी मांगों को लेकर डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी वर्कर्स, हेल्पर, मिड डे मील वर्कर्स और आशा वर्कर्स और मनरेगा मजदूरों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की। मांगों को लेकर वर्करों ने गांधी चौक से डीसी कार्यालय तक प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर जिलाधीश हमीरपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन किया और कहा की जिस तर्ज हरियाणा महाराष्ट्र सरकार आगनवाड़ी ,आशा वर्कर ,मनरेगा मजदूरों और सभी विभागों में ठेके पर काम कर कर्मचारियों का वेतन दिया जाए। जिससे उनका शोषण भी नहीं होगा और परिवार का पालन पोषण भी सही से कर पाएंगे। आंगनवाड़ी ,आशा वर्कर, मनरेगा के कर्मचारियों को नियमित नियुक्ति दी जाए।
कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को बंद करके अन्य राज्यों की तर्ज पर हिमाचल में भी मिनिमम वेजेज एक्ट लागू कर मासिक वेतन कम से कम 18 हजार किया जाए। प्रदेश में ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाना चाहिए। यदि केंद्र और राज्य सरकार वर्कर विरोधी नीतियां लागू करने से पीछे नहीं हटती तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा।