जिला मंड़ी के संधोल क्षेत्र के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं से वंचित होने के कारण आने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। संधोल पचांयत के लोगों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कृष्ण खरवाल के नेतृत्व में कमेटी गठित की है। इस कमेटी ने आज तहसीलदार संधोल के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। इससे पहले पंचायत बैरी के लोगो ने पंचायत प्रस्ताव पारित कर कुछ दिन पहले पंचायत की सड़क को पक्का न करने पर चुनाव बहिष्कार का एलान किया था। इसके बाद कौंठुवा पंचायत के चतरौण, बांह, सेड और मसौत वार्ड ने भी क्षेत्र की बदहाली पर चुनावों का बहिष्कार करने को मन बनाया है।
अब संधोल पंचायत ने भी हस्ताक्षर अभियान चलाकर आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है लगभग 467 लोगों ने हस्ताक्षर कर यह निर्णय लिया है। संधोल पंचायत के लोगों ने बताया कि संधोल तहसील धर्मपुर विधानसभा की एकमात्र तहसील थी जिसे दरकिनार कर बीजेपी और कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने भेदभाव कर धर्मपुर में उप मंडल कार्यलय खोल दिया। वहीं, 27 पटवार सर्किल संधोल तहसील में थे लेकिन अब केवल 15 सर्किल ही रहे हैं।
संधोल बस अड्डे का कार्य कई वर्षों से अधूरा पडा है। वहीं, बिजली कट से निजात पाने के लिए संधोल को चुल्ला 132 केवी से जोड़ने की मांग की है। संधोल का डिग्री कॉलेज ,ITI,केंद्रिय विधालय संधोल के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के परिसर में चल रहे हैं। इन संस्थानो को आज तक अपने भवन तक नसीब नहीं हो पा रहे हैं।
लोगों ने बताया की अस्पताल और तहसील को जोड़ने वाली सड़क सहित क्षेत्र की सभी सड़कें बदहाल और कच्ची हैं। इस क्षेत्र में राजनेताओं ने आज तक एक पुलिया का निर्माण तक नहीं करवाय़ा है। यही कारण है की काफी समय से क्षेत्र के विकास से क्षुब्ध लोंगो ने नेताओं के पिठु बनने के बजाए, चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों के इस फैंसले से आने वालों चुनावों में प्रत्याशियों के माथे पर बल पड़ने वाले हैं।