केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145 जयंती पर राष्ट्रनिर्माण में उन्हें योगदान को स्मरण करते हुए देशवासियों से उनके दिखाए मार्ग पर चलने की अपील की। अनुराग ठाकुर ने कहा सरदार वल्लभ भाई पटेल अखंड भारत के शिल्पकार थे। लौहपुरुष ने अपने विचारों और प्रयासों से देश को नई दिशा दी। आज़ादी के बाद 562 टुकड़ों में बंटे भूभाग को एक सूत्र में पिरोने और स्वतंत्रता संग्राम में अतुलनीय योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल के सम्मान में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी का निर्माण करा कर सरदार पटेल की अहमियत और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को परिलक्षित किया है। ये प्रतिमा, सरदार पटेल के उसी प्रण, प्रतिभा, पुरुषार्थ और परमार्थ की भावना का प्रकटीकरण है। मोदी जी ने सरदार सरोवर से साबरमती रिवर फ्रंट तक सी-प्लेन सेवा का भी शुभारंभ कर दिया है जिससे , स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए देशवासियों को अब सी-प्लेन सर्विस का भी विकल्प मिलेगा।
अनुराग ठाकुर ने कहा संविधान एवं सनातन के संतुलन के अद्वितीय प्रतीक सरदार पटेल ने देश के एकीकरण से लेकर सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण तक अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने के लिए अर्पित किया। सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है। आज देश राममंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले का साक्षी बना है, और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है। भारत के राजनीतिक इतिहास में सरदार पटेल योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सरदार नवीन भारत के निर्माता और राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ शिल्पी थे। आज हम जिस, कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैले विशाल भारत को देख पाते हैं उसकी कल्पना सरदार वल्लभ भाई पटेल के बिना शायद पूरी नहीं हो पाती