तहसील लड़भडोल की आदर्श ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान विवेक जसवाल का कहना है कि कोरोना काल के चलते ऑनलाइन दस्तावेज बनाने का कार्य सरकार द्वारा लोकमित्र केंद्रों को सौंपा गया था। लेकिन इन लोकमित्र केंद्रों द्वारा लोगों से चरित्र प्रमाण पत्र, हिमाचली बोनाफाइड प्रमाण पत्र, आदि दस्तावेज बनाने पर लोगों से मनमाने दाम वसूल कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत सिमस के प्रधान विवेक जसवाल का कहना है कि चरित्र प्रमाण पत्र बनाने हेतु सरकार द्वारा 27 रूपए फीस रखी गयी है। लेकिन लोक मित्र केंद्र द्वारा चरित्र प्रमाण पत्र के दस्तावेज बनने लिए 70 से ₹100 तक वसूल किए जा रहे हैं जिस कारण गरीब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एक तो कोरोना कॉल में लोगों का रोजगार छिन गया है और ऊपर से जरूरी दस्तावेजों के लिए उन्हें अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ रही है जोकि सरासर गलत है इमो में प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले की जांच की जाए ताकि लोगों को निजात मिल सके।
इस बारे में लड़भडोल तहसीलदार प्रवीण कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि लोक मित्र केंद्र से आवेदन के लिए राजस्व प्रमाण पत्र हेतु निर्धारित शुल्क नोटिस बोर्ड में लिखा गया है जिसमें सरकारी शुल्क 7 रूपए,आवेदन सेवा शुल्क 10 रूपए, प्रमाण पत्र प्रिंटिंग शुल्क 10 रूपए, स्कैनिंग शुल्क 2 रूपए, निर्धारित किए गए हैं । जिसके अनुसार कुल मिलाकर 29 रूपए ही हर आदमी को प्रमाण पत्र बनाने वाले को देनी है परंतु यदि कोई लोक मित्र केंद्र इससे ज्यादा राशि की मांग करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।