सदर थाना ऊना में उस समय माहौल गर्मा गया जब ऊना से कांग्रेस विधायक सतपाल सिंह रायजादा और पुलिस के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई। यह सारा मामला पूर्व सैनिक की शिकायत पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने को लेकर हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि विधायक ने पुलिस पर सरकार के दबाव में आकर काम करने के आरोप लगा डाले।
दरअसल ऊना थाना क्षेत्र के तहत एक भूतपूर्व सैनिक ने करीब 7 माह पूर्व ऊना पुलिस को धोखाधड़ी के एक मामले की शिकायत सौंपी थी, लेकिन मामले पर कार्रवाई न होते देख बुधवार को भूतपूर्व सैनिक ने विधायक सतपाल रायजादा के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाया। इसके बाद सतपाल सिंह रायजादा ने केस से संबंधित जांच अधिकारी को फोन कर मामले में उचित कार्रवाई के लिए कहा तो फोन पर ही विधायक और जांच अधिकारी के बीच बहस हो गई। इसके बाद गुस्साए सतपाल रायजादा सदर थाना ऊना पहुंचे और पुलिस पर जमकर अपना गुब्बार निकाला।
विधायक एसएचओ से लगातार इस मामले में कार्रवाई की मांग उठाते रहे, जबकि एसएचओ उनको पुलिस पर दबाव डालने के आरोप जड़ते रहे। इसी बीच सतपाल रायजादा पर फोन पर उनसे बहस करने वाले जांच अधिकारी को सामने लाने की मांग पर अड़ गए। जांच अधिकारी के पहुंचते ही रायजादा गुस्से में आ गए और मामले में कार्रवाई न करने की बात पर सवाल किए। इसी बीच दोनों में कुछ देर के लिए बहस शुरू हो गई, जिसके चलते माहौल काफी गर्माया गया, लेकिन थाना प्रभारी सर्वजीत सिंह के बीच-बचाव के बाद मामला कुछ शांत हुआ।
मामला कुछ शांत होने के बाद विधायक ने जांच अधिकारी से मामले पर कार्रवाई तय सीमा में करने की बात कही। इस दौरान रायजादा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक भूतपूर्व सैनिक जो सारी जिंदगी सरहद पर रहकर लोगों की रक्षा करता है, लेकिन पुलिस द्वारा इन लोगों की भी सुनवाई नहीं की जा रही और अगर इस मामले में पुलिस से बात की जाती है, तो उल्टा इन्हीं को डराते-धमकाते हैं। रायजादा ने कहा कि अगर इस मामले में जल्द कार्रवाई न हुई, तो धरने पर बैठने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, तब से आम लोगों को बिना वजह तंग किया जा रहा है।