कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से कांगड़ा में कोविड रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बैकप प्लान तैयार किया है जो जिला से बाहर है। अगर जिला में 600 से अधिक मामले भी पॉजिटिव आते हैं तो जिला प्रशासन ने जिला कांगड़ा के बाहर ऊना के अम्ब, मंडी के सुंदरनगर और चंबा के डलहौजी में अपना बैकअप रखा है।
100 बिस्तरों का बैकअप आसपास के जिलों में रखा है, जिससे की जरूरत पड़ने पर वहां पर मरीजों को रखा जा सके। स्वास्थ्य विभाग ने जिला चंबा, ऊना और मंडी में इस तरह की व्यवस्था की है। पिछले कल भी जिस तरह से जिला में 600 से अधिक मामले सामने आए हैं, उनमें से भी कुछ रोगियों को साथ लगते जिला के अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा है। इसके बाद सरकार, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि जल्द ही पपरोला आयुर्वेदिक कॉलेज में डीसीएचसी स्थापित करने जा रहा है, जिसकी कैपासिटी लगभग 100 बिस्तर की होगी।
सीआईएसआर भारत सरकार की एजेंसी है, उनसे बातचीत की जा रही है। पिछले कल भी इस संबंध में एजेंसी से वीडियो कान्फ्रेंसिंग हुई है, जिनकी प्रपोजल आनी है। स्वास्थ्य विभाग परौर सत्संग भवन में 1 हजार कोविड रोगियों के इलाज की व्यवस्था करने जा रहा है, जिसमें ऑक्सीजन और एडवांस हेल्थ केयर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि दो-तीन सप्ताह में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा, इस संबंध में एजेंसी की स्वीकृति सरकार को मिल गई है।