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पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, शिमला में दिग्गजों ने किया याद

पी. चंद |

आज पूरा देश क्रिसमस के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मना रहा है. देशभर के साथ शिमला के रिज मैदान स्थित अटल जी की प्रतिमा के सामने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर सहित कई गणमान्य लोगों ने पुष्प भेंट कर उनको याद किया. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री होने के अलावा हिंदी कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे. वह जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे.

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म आज के ही दिन यानी 25 दिसंबर 1924 को जन्म हुआ था. उनके पिता का नाम था कृष्ण बिहारी वाजपेयी. अटल उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मूल निवासी थे. उन्होंने अपनी शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से ली जिसे अब लक्ष्मीबाई कॉलेज के नाम से जाना जाता है.

इस मौके पर राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर ने अटल जी को देश का महान नेता बताया और कहा कि अटल जी को “Good Governance” के प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है. जिनकी काबलियत के जवाहरलाल नेहरू तक मुरीद थे. देश के प्रधानमंत्री रहते हए उन्होंने देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम किया.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि वह हिमाचल को अपना घर मानते थे. परिणी में वह अक्षर छुटियां बिताने आया करते थे. उनके प्रधानमंत्री रहते करगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान को धूल चटाई. राजनीतिक विरोधी भी अटल जी को मानते थे. उनकी भाषण शैली के सभी कायल थे.

अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 1952 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था. अटल जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे और 1968 से 1973 तक उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं. तीन बार पीएम का पद संभालने वाले अटल सबसे पहले साल 1996 में प्रधानमंत्री बने थे, लेकिन संख्या बल नहीं होने के कारण यह सरकार महज 13 दिनों में गिर गई. इसके बाद उन्होंने साल 1998 में पीएम पद संभाला, लेकिन एक बार फिर 13 दिन बाद ही उनकी सरकार गिर गई. साल 1999 में 13 दलों की गठबंधन सरकार में वाजपेयी अपने कार्यकाल के 5 साल पूरा करने में सफल रहे.