जिला सिरमौर में वेलफेयर विभाग और स्थानीय पुलिस द्वारा उपमंडल संगड़ाह की बाऊनल पंचायत में नशा निवारण अभियान के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा ने प्रदेश सरकार द्वारा कल्याण विभाग, हिमाचल पुलिस और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे नशा निवारण अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के सभी तवकों और आम लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम को जनांदोलन बनाकर ही नशे को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने गत दशक तक पंजाब में युवा पीढ़ी को बर्बाद करने वाले ड्रग्स के हिमाचल में बढ़ते चलन को चिंताजनक बताया और इसके खिलाफ अभियान चलाने की अपील की।
तहसील कल्याण अधिकारी बलवीर ठाकुर ने दिव्यांगों, उनके परिजनों से केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर यूडीआईडी कार्ड बनाने की अपील की। जिला कल्याण अधिकारी ने कहा कि उक्त कार्ड के माध्यम से दिव्यांग स्वरोजगार के लिए सस्ती दरों पर ऋण, विभिन्न पुरस्कार, छात्रवृत्ति और मुफ्त यात्रा संबंधी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस दौरान पुलिस थाना संगड़ाह के एसआई खमेश चंद ने क्षेत्रवासियों से नशा निवारण मुहिम और नशें के सौदागरों को पकड़वाने में सहयोग की अपील की। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को नशों से दूर रखने के लिए उनकी गतिविधियों और दिनचर्या पर नजर रखने की अपील की।
जिला पैरास्पोर्टस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने सिरमौर के दिव्यागों की समस्याओं और उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं पर जानकारी दी। शिविर में स्वास्थय विभाग का कोई भी कर्मचारी न पंहुचने पर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और मौजूद लोगों ने खेद जताया। रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय पंचायत प्रधान मूंगी देवी ने की। जागरूकता शिविर में नशा निवारण विषय पर आयोजित नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्थान प्राप्त करने वालों को विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।