शिमला के रिज मैदान में आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव' नामक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया। आज से शुरू हुई ये प्रदर्शनी पांच दिन तक चलेगी और 16 मार्च को सम्पन होगी। प्रदर्शनी में आज़ादी के मतवालों द्वारा देश के लिए दिए योगदान औऱ बलिदान को दर्शाया गया है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत को लंबे संघर्ष के बाद अंग्रेजी दास्ता से आज़ादी मिली थी। इस आज़ादी में लाखों वीर सपूतों ने अपना सर्वस्व होम कर दिया था। आज़ादी की लड़ाई में सहस्रों कुर्बानियों के बाद 1947 में देश आजाद हुआ। आज देश अपनी आज़ादी के 75 वर्ष मना रहा है। इस मौके पर उन वीर सपूतों को याद करना व प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। ताकि युवा पीढ़ी भी आज़ादी के परवानों की गाथाओं को जान सके।
यह प्रदर्शनी रीजनल आउटरीच ब्यूरो, ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन, चंडीगढ़, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार और भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश के सहयोग से आयोजित की जा रही है ।