एक ओर जहां हिमाचल सरकार वेंटिलेटर और लाइफ सपोर्ट सुविधा वाली एंबुलेंस की बात कर रही है तो वहीं मौजूदा एंबुलेंस की दशा भी दयनीय होती देखने को मिल रही है। जी हां, जिला चंबा के स्वास्थ्य केंद्र होली की एंबुलेंस की एंबुलेंस का भी हाल ऐसा ही है। इस अस्पताल को अगर किसी मरीज को लाने जाना हो तो पहले उसे धक्का लगाने के लिए करीब आधा दर्जन भर लोगों का बंदोबस्त करना पडता है। क्योंकि यह एम्बुलेंस बिना धक्का दिए स्टार्ट नहीं होती।
आलम यह हो गया है कि यदि एंबुलेंस को स्टार्ट करवाने के लिए दर्जन भर लोगों का बंदेबस्त न हो तो मरीज को घटनास्थल पर ही अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार, यहां पहले से ही स्टाफ और अन्य जरूरत की सुविधाएं उपलब्ध न होना क्या कम था, जो स्वास्थ्य विभाग होली ने एक और कारनामे ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है।