जिला कांगड़ा के बैजनाथ बस डिपो का कंडक्टर ऊना में रूट के दौरान टल्ली हो गया। इस कारण सवारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बुधवार रात को आइएसबीटी ऊना में पहुंची बैजनाथ डिपो की एचआरटीसी बस के टल्ली कंडक्टर को पुलिस ने पकड़ कर मेडिकल करवाया है। मेडिकल में जहां सैंपल जुन्गा लैब भेजे गए हैं। वहीं प्रारंभिक रिपोर्ट में आरोपित कंडक्टर से अल्कोहल की दुर्गंध आने की बात पुख्ता हो चुकी है। आरोपित कंडक्टर सुरिंदर कुमार गांव सतेहड़ बैजनाथ जिला कांगड़ा का रहने वाला है।
पुलिस ने परिचालक का मेडिकल करने के बाद उसे अड्डा प्रभारी ऊना के सुपुर्द कर दिया है। उधर, ऊना एचआरटीसी प्रबंधन अब मेडिकल एवं पुलिस रिपोर्ट को बैजनाथ डिपो के पदाधिकारियों के हवाले करेगा। जिसके बाद कंडक्टर पर सख्त कार्रवाई होगी। जानकारी के अनुसार बुधवार रात नौ बजे बाद कांगड़ा बैजनाथ डिपो की एचआरटीसी की बस बैजनाथ से हरिद्वार के लिए अपने निर्धारित समय पर चली थी।
करीब नौ बजे के बाद जब बस आइएसबीटी ऊना पर काउंटर ठहराव के लिए पहुंची तो यहां कंडक्टर बस से बाहर निकल गया। कुछ मिनट बाद जब बस चलनी थी तो कंडक्टर बस में वापस नहीं आया। कुछ मिनट देखने के बाद बस चालक ने खुद कंडक्टर को इधर-उधर ढूंढना शुरू कर दिया। करीब पौने घंटे की देरी के बाद बस सवारियों ने भी कंडक्टर की तलाश शुरू कर दी। आखिरकार जब बस कंडक्टर मिला तो नशे की हालत में टल्ली पाया गया।
परिचालक की इस हालत को देखकर सवारियों ने लेकर विरोध जताया और बस में आगे जाने से इनकार कर दिया। काफी देर तक विवाद चलता रहा। मौके पर ऊना बस अड्डा प्रभारी भी पहुंचे। जिसके बाद सवारियों को दूसरी एचआरटीसी बस का इंतज़ाम कर भेजा गया। उधर, एचआरटीसी के अधिकारियों ने मामले की सूचना के बाद आगामी कार्रवाई शुरू की और मौके पर पुलिस को बुलाया। डीएसपी अशोक वर्मा ने बताया कि कंडक्टर सुरिंद्र का मेडिकल कराकर उसे ऊना अड्डा प्रभारी के हवाले किया गया है। मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। दूसरी ओर आरएम जगर नाथ ने बताया कि आरोपित परिचालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट बैजनाथ डिपो को भेजी जाएगी।