- शिवरात्रि महोत्सव का समापन – राज्य स्तरीय शिवरात्रि महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या आयोजित
- संस्कृति का प्रतीक – मेलों में स्थानीय कला, व्यंजन और परंपराओं की झलक मिलती है
- सामाजिक समरसता – मेले समाज में एकता और सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा देते हैं
Baijnath Shivratri Festival; हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ में आयोजित राज्य स्तरीय शिवरात्रि महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं हिमाचल प्रदेश पर्यटन बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आर एस बाली ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल विशेष रूप से मौजूद रहे।

आर एस बाली ने इस अवसर पर कहा कि बैजनाथ शिवरात्रि महोत्सव का धार्मिक और पौराणिक महत्व है। यह लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा पर्व है, जिसे भव्य रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मेलों में हमारी समृद्ध संस्कृति की झलक मिलती है, जहां हस्तशिल्प, पारंपरिक कलाकृतियां, स्थानीय व्यंजन और लोकगीत-संगीत का आयोजन किया जाता है। इस प्रकार के आयोजन लोगों को अपनी परंपराओं को समझने और संरक्षित करने का अवसर प्रदान करते हैं।

आर एस बाली ने कहा कि मेले हमारी सामाजिक एकता और समरसता को बढ़ावा देते हैं। यहां विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों के लोग एक साथ आकर उत्सव में भाग लेते हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द को बल मिलता है।

उन्होंने आयोजकों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी और भविष्य में इसे और अधिक भव्य रूप में आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस अवसर पर रविंद्र बिट्टू, बीपीए के अध्यक्ष अनुराग शर्मा, एसडीएम एवं मेला समिति के अध्यक्ष डीसी ठाकुर, डीएसपी अनिल शर्मा, तहसीलदार रमन ठाकुर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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