कोरोना की वजह से आर्थिक मंदी की मार झेल रहे होटलियर्स को अब बैंक द्वारा भेजे गए नोटिस का डर सताने लगा है। पिछले दो साल से जिस तरह से कोरोना काल ने हर वर्ग को प्रभावित किया है, वहीं होटल इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है। कोरोना में होटल बंद होने के चलते होटलियर्स बैंक किस्तों का भुगतान नहीं कर पाए हैं, वहीं अब एक राष्ट्रीयकृत बैंक ने धर्मशाला क्षेत्र में 17 लोगों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें से अधिकतर होटलियर्स हैं।
बैंक की ओर से कुछ लोगों को सिंबोलिक नोटिस और कुछ को फिजिकल पोजेशन के नोटिस जारी किए हैं, जिसको लेकर होटलियर्स में डर का माहौल है। हालांकि होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला की ओर से केंद्र औऱ प्रदेश सरकार से होटलियर्स को राहत हेतू कदम उठाने का आग्रह किया जाता रहा है, लेकिन अभी तक इस वर्ग को कोई राहत नहीं मिल पाई है।
एसोसिएशन की मानें तो जिला में 400 के लगभग होटल ऐसे हैं, जिनमें अधिकतर बैंक फायनांस पर हैं। अभी एक बैंक ने नोटिस भेजने की शुरूआत की है, अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों से भी कई होटल फायनांस पर चल रहे हैं। ऐसे आगामी दिनों में अन्य बैंकों द्वारा भी इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने सीएम जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि होटलियर्स के मुद्दे को केंद्र सरकार और आरबीआई के समक्ष उठाएं, जिससे इस वर्ग को राहत मिलने के साथ 6 से एक साल तक समय मिल पाए। उन्होंने कहा कि बैंक ने नोटिस वाली लिस्ट शेयर नहीं की है, लेकिन जो जानकारी मिली है 17 नोटिस जारी किए गए हैं।