पहाड़ी प्रदेश हिमाचल के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी में जल्द ही बेरियाट्रिक सर्जरी शुरू होगी। बढ़ी हुई चर्बी को निकालने के लिए मोटापे से परेशान लोगों को अब बाहरी राज्यों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके शुरू होने से मरीजों के पेट की चर्बी निकाली जाएगी। इस सर्जरी के बाद ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट और घुटने की बीमारियां भी कम हो जाएंगी। आईजीएमसी में बेरियाट्रिक सर्जरी की दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने किया। सोलन के रहने वाले मरीज की बेरियाट्रिक पहली लाइव सर्जरी की गई। दिल्ली के गंगा राम अस्पताल से विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के बेटे डॉ. विवेक बिंदल ने बेरियाट्रिक सर्जरी की जिसका सीधा प्रसारण आईजीएमसी में किया गया। जल्द ही हिमाचल में भी इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को ओर अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। जो सुविधाएं प्रदेश में नहीं है उनको भी शुरू किया जा रहा है। आईजीएमसी में बेरियाट्रिक सर्जरी की सुविधा न होने से मोटापे की समस्या से ग्रस्त मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बेरियाट्रिक सर्जरी के लिए मरीजों को बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ता है और लाखों रुपये खर्च करने पड़ते है। अब आईजीएमसी में इसको जल्द शुरू किया जाएगा। आईजीएमसी के डॉक्टर को भी इसका प्रशिक्षण देकर जल्द ही बेरियाट्रिक सर्जरी को यहां शुरू किया जाएगा।