सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सवर्ण आयोग का मामला विधानसभा में भी गुंजा। विक्रमादित्य सिंह ने क्षत्रिय महासभा का समर्थन क्या किया। भीम आर्मी उनसे बिफ़र गई है। भीम आर्मी ने और दलित शोषण मुक्ति मंच ने विधानसभा का घेराव किया और दलितों पर हो रहे अत्याचार पर जमकर नारेबाजी की। ये संगठन विक्रमादित्य सिंह द्वारा विधानसभा में स्वर्ण आयोग के गठन पक्ष पर नाराज़ नज़र आए।
भीम आर्मी का कहना है कि राजा वीरभद्र सिंह जिस तरह सभी वर्गों को साथ लेकर चलते थे विक्रमादित्य सिंह उसको दरकिनार कर रहे हैं। भीम आर्मी एकता मिशन के अध्यक्ष रवि कुमार दलित ने कहा कि सवर्णों के प्रति विक्रमादित्य सिंह जैसे विधायकों का प्रेम समझ से परे है। सरकार ने भी उनके आंदोलन को रोकने के लिए आज बाबा भीम राव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि तक नहीं देने दी गई वहां भी ताला लगा दिया गया। सरकार का इस तरह का रवैया ठीक नहीं है इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। अपनी मांगों को लेकर इन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मांग पत्र भी सौंपा।