एबीवीपी घुमारवीं कॉलेज इकाई द्वारा हैदराबाद में महिला डॉक्टर की नृशंस हत्या पर प्रशासन के खिलाफ घुमारवीं कॉलेज के बाहर धरना प्रदर्शन किया। एबीवीपी ने नृशंस हत्या में मारी गई महिला डॉक्टर को धरना प्रदर्शन के माध्यम से महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने हेतु सरकार और प्रसाशन से मांग की है कि सभी दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। विद्यार्थी परिषद् बिलासपुर जिला संयोजक उज्जवल कैंथ ने कहा की भारत वो देश जहां सबसे अधिक देवियों का वास है। और जहां लड़की और महिला को देवी का दर्जा दिया गया है।
लेकिन क्या ये सही है क्या सच मे लडक़ी या महिलाओं को भारत में देवी का दर्जा मिला। जी हां हमारा सवाल लाजमी है क्योंकि भारत अब वो देश बन चुका है जहां हर रोज अब 50 बलात्कार के केस पुलिस स्टेशन में रजिस्टर्ड होते हैं। यानी पूरे साल में 18,250 ये आंकड़ा भी बलात्कार का एक चौथाई है क्योंकि राष्ट्रीय अपराध मानक ब्यूरो के आंकड़े कहते है कि भारत मे बलात्कार के आधे केस तो रजिस्टर्ड ही नही होते है जो होते हैं वो सिर्फ एक चौथाई हैं। अगर इनका मोटा मोटा हिसाब किया जाए तो भारत मे हर साल 1 लाख तक बलात्कार का आंकड़ा पहुंच जाता है जो सच मे निंदनीय है।
राष्ट्रीय कला मंच के प्रांत सह प्रमुख रजनीश ने अपने वक्तव्य में बताया इस प्रकार की घटना देश को शर्मशार करने वाली है। सरकार को एवं अन्य जिम्मेदार लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा की इस प्रकार की घटनाओं पर शीघ्र अति शीघ्र रोक लगे। और जो इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वाले राक्षसी प्रवृत्ति के लोग हैं उन्हें चिन्हित किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए । इस प्रकार की अमानवीय घटनाओं को रोकने के लिए एक कड़ा कानून लाने की आवश्यकता है।
इकाई सचिव अंकित चड्ढा ने अपने वक्तव्य के दौरान कहा की "आज पूरा देश इस नृशंस घटना पर अत्यंत दुखी है। हम यह आशा करते हैं कि ऐसी अमानवीय घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन तो आगे आए ही तथा समाज भी ऐसे कुकृत्यों को रोकने के लिए आगे आए तथा हमारे बीच ही रह रहे उन राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित करे , जो ऐसी अमानवीय घटनाओं को अंजाम देते हैं ।" हम सभी यह प्रयत्न करेंगे कि सकारात्मक सोच से ऐसे घृणित लोगों की घृणित मानसिकता को बदला जा सके।अगर दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की गयी तो विद्यार्थी परिषद राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगी।