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बिलासपुर: पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर गुस्साए लोगों ने किया चक्का जाम

एस जम्वाल बिलासपुर |

बेसहारा गौ वंश के आश्रय और पंजीकृत पशुओं को बेसहारा छोड़ने वाले पशु मालिकों के खिलाफ कार्रवाई न होने से खफा लोगों ने शिमला-धर्मशाला एनएच-103 पर घुमारवीं के समीप भगेड़ चौक पर पशुओं को बांधकर चक्का जाम कर दिया। लोगों ने सवा घंटे तक एनएच पर वाहनों की आवाजाही बंद रखी। जमकर नारेबाजी करके बेजुबानों के लिए प्रदर्शन किया। लोग टैग लगे पशुओं को छोड़ने वाले पशु मालिकों की पहचान करके उन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। जाम लगने से भगेड़ चैक पर तीनों ओर जाने वाली सड़क पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। लंबा जाम होने के कारण लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ी। सड़क पर चक्का जाम लगाने वाले लोगों ने बाद में एसडीएम घुमारवीं शशिपाल शर्मा के आश्वासन के बाद रोड को खोला। जिसके बाद यहां पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई। इससे जाम में फंसे लोगों ने राहत ली। वहीं, बताया जा रहा है कि पशुपालन विभाग ने भगेड़ में छोड़े गए इन पशुओं के कान पर टैग लगे होने के कारण मालिकों की पहचान कर ली है तथा उन पर कार्रवाई की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक भगेड़ चैक के समीप बेसहारा पशुओं को छोड़ दिया है। इसमें एक पशु की मौत वाहन की टक्कर से हो गई है। जबकि एक घायल हो गया। जिससे गुस्साए लोगों ने सोमवार को भगेड़ चैक पर पशुओं को एनएच पर बांधकर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम से हमीरपुर, बिलासपुर तथा झंडूता व गेहड़वीं की ओर जाने वाले वाहन इसमें फंस गए। इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की। चक्का जाम करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार व विभाग पशुओं  की पहचान के लिए उनके कान पर टैग लगाती है। बेसहारा पशुओं के लिए करोड़ रुपये खर्च कर रही है। लेकिन, धरातल पर कुछ भी नहीं उतर रहा है। टैग लगे पशुओं की मालिकों की पहचान कर उन पर स त कार्रवाई होनी चाहिए।

इस दौरान उन्होंने भगेड़ में बंधे पशुओं के कान में लगे टैग को भी दिखाया। प्रगति समाज सेवा समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि सरकार व प्रशासन द्वारा पशुओं के बारे में बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं और करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। लेकिन, धरातल पर कुछ भी नहीं है। भगेड़ चैक पर पंजीकृत पशु लोगों ने छोड़ दिए हैं, जिससे वह घायल होकर सड़कों पर पड़ रहे हैं। सड़कों पर बेसहारा पशु घूम रहे हैं। किसानों की फसल को उजाड़ रहे हैं। लेकिन, इतना सब -कुछ होने के बावजूद भी बेसहारा गौवंश के आश्रय के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं की जा रही है।  पंजीकृत होने के बावजूद भी पशु मालिकों पर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे लोगों में आक्रोश है। जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने सोमवार को भगेड चैक पर शिमला-धर्मशाला एनएच-103 पर वाहनों की आवाजाही सवा घंटे बंद रखी। एसडीएम घुमारवीं शशिपाल शर्मा ने मौके पर पहुंचकर जाम को खुलवाया तथा पशु मालिकों की पहचान कर उन पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।