<p>फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के सर्जन डॉ. मोहिम ठाकुर एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में अपना बेमिसाल हुनर दिखा रहे हैं। देश के नामी अस्पताल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली से सर्जरी में तालीम हासिल करने वाले डॉ. मोहिम फोर्टिस में सर्जरी की हर बड़ी चुनौती को अपने प्रोफेशनल हुनर से आसान कर रहे हैं। साथ ही जटिल सर्जरी को भी लेप्रोस्कोपिक विधि से सफल अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पेन्क्रियाज की रसौली का दूरबीन विधि से उपचार करके अपनी सर्जरी विधा का एक और प्रमाण दे दिया।</p>
<p>दरअसल, सिहुंता इलाके से ताल्लुक रखने वाला 39 वर्षीय अजय पेन्क्रियाज की रसौली से परेशान था। छह महीने पहले डायग्नाॅज हुए इस मर्ज से उसे न केवल दर्द सहना पड़ रहा था, बल्कि उसके पेट में भी सोजिश आ चुकी थी। तकलीफ का ये दौर उसे मानसिक रूप से भी परेशान किए हुआ था। लगता था कि कहीं यह बीमारी जिंदगी पर न भारी पड़ जाए। वह करीब छह महीनों से सही उपचार के लिए भटक रहा था। इलाज के लिए उसने प्रदेश व प्रदेश से बाहर भी कई अस्पतालों के विशेषज्ञों से परामर्श किया, लेकिन कहीं भी उसे मुनासिब इलाज नहीं मिल पाया। कोई भी विशेषज्ञ लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी करने को राजी नहीं था, जबकि अजय अपनी सर्जरी दूरबीन विधि से ही करवाने का इच्छुक था, जिसके चलते उसने फोर्टिस कांगड़ा का रुख किया। यहां सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉ मोहिम ठाकुर ने अजय के केस का विस्तार से अध्ययन किया और लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन करने का निर्णय लिया।</p>
<p>डॉ. मोहिम ने दूरबीन विधि से ऑपरेशन करके मरीज के पेन्क्रियाज की रसौली सफलतापूर्वक निकाल दिया। इसके लिए मरीज के पेट में न तो कोई चीरा लगाया गया और न ही उसे लंबे वक्त तक अस्पताल रहना पड़ा। महज दो दिन के उपचार के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया। इस संबंध में डाॅ. मोहिम ने कहा कि इस तरह की सर्जरी को सामान्यता ओपन करके ही किया जाता है, लेकिन दूरबीन विधि से सर्जरी करके जहां रिकवरी में कम समय लगता है, वहीं मरीज को अस्पताल में भी महज दो-तीन दिन के लिए ही रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के विशेषज्ञों को दूरबीन विधि से सर्जरी करने में विशेष महारत हासिल है। </p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>तालीम, अनुभव और समर्पण भाव है डॉ. मोहिम की खासियत</strong></span></p>
<p>फोर्टिस कांगड़ा में आने से पहले डॉ. मोहिम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, सर गंगा राम अस्पताल नई दिल्ली और बीएल कपूर अस्पताल, दिल्ली में बतौर सर्जरी विशेषज्ञ अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इससे पहले डॉ मोहिम ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और यहीं से एमएस सर्जरी की डिग्री हासिल की। शल्य चिकित्सा की एडवांस लेप्रोस्कोपिक विधाओं में निपुण होने के लिए उन्होंने मिनिमली इन्वेसिव सर्जरी में डीएनबी की डिग्री हासिल की।</p>
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