हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग को लेकर खबरें छप रही हैं। जिनमें बायोमीट्रिक मशीन और आयुर्वेदिक विभाग में मशीनरी खरीद में हुई अनियमितताओं पर सवाल उठ रहे है। कांगड़ा में महालक्ष्मी इंटरप्राइजेज से ही बॉयोमेट्रिक मशीन निवर्तमान सरकार के दौरान ख़रीदी गई। जिनमें रेट भी अलग अलग है। जिसकी जांच चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। 2017 में 66 संस्थानों में 82 लगी 2018 में 18 और 19 में 2 मशीन लगी कुल 102 मशीन ख़रीदी गई हैं। पिछली सरकार के हेल्थ डायरेक्टर ने मशीन खरीद के आदेश दिए थे। जरूरी जांच के बाद दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
आयुर्वेदिक विभाग में ख़रीदी गई मशीनरी को लेकर ख़रीद कमेटी बनाई गई है। उसी कमेटी की मंजूरी के बाद ही मशीनरी की खरीद की गई है। अब जेम के माध्यम से ही खरीद की जाएगी। यदि कहीं ख़रीद में गड़बड़ी हुई है तो दोषियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी। आयुर्वेदिक विभाग में प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए गए है। जरूरत पड़ी तो दोषियों के ख़िलाफ़ जांच कमेटी का गठन किया जा सकता है।