पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले दिन जालंधर देहाती के बाढ़ पीड़ित इलाकों का दौरा किया था। जिसके बाद पठानकोट प्रशासन को यह आदेश जारी किए गए की बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी के बहाव को रोकने के लिए जितना भी पत्थर चाहिए वह पत्थर पठानकोट प्रशासन मुहैया करवाएगा इन आदेशों की पालना करते हुए प्रशासन तुरंत काम में जुट गया है।
प्रशासन की ओर से ट्रक और पत्थरों का इंतजाम किया जा रहा है कल रात से ही प्रशासन काम में जुटा हुआ है और पठानकोट के माधोपुर बेड़ियां और बाकी इलाकों से पत्थर ट्रकों में भरकर बाढ़ प्रभावित इलाकों मे भेजे जा रहे हैं जानकारी के मुताबिक जो धुस्सी बांध लोहिया में टूटा है उसको भरने के लिए 300 से ज्यादा पत्थरों के ट्रकों की जरूरत पड़ेगी जिस का इंतजाम प्रशासन कर रहा है प्रशासन द्वारा अभी तक 50 से ज्यादा ट्रक पत्थरों से भरकर लोहिया की ओर रवाना किए गए हैं। बाकी ट्रकों को भरने का काम जारी है।
इस काम में डिप्टी कमिश्नर पठानकोट रामवीर सहित उनकी पूरी प्रशासनिक टीम जुटी हुई है। पंजाब सरकार की और से आज जन्माष्टमी की छुट्टी ऐलान किए जाने के बावजूद भी पठानकोट प्रशासन छुट्टी पर नहीं गया है और अपने काम में जुटा हुआ है।
पत्थर का काम करने वाले ठेकेदारों से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी ओर से प्रशासन की पूरी मदद की जा रही है और अपने सारे कामकाज छोड़कर वह केवल बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाने वाले पत्थरों को ही ट्रकों में भरवाया जा रहा है। बहुत जल्द ही 300 से ज्यादा ट्रक भरवा कर लोहिया की ओर रवाना कर देंगे।
माइनिंग ऑफिसर गगन ने बताया कि उनकी ओर से आदेशों की पालना करते हुए पत्थरों को ट्रकों में भरवाया जा रहा है और बाढ़ प्रभावित इलाके में जितने बड़े पत्थरों की जरूरत है उतना मेटीरियल पठानकोट जिले के पास मौजूद है और प्रशासन की ओर से जल्द अपना काम पूरा कर लिया जाएगा।