चंबा मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर करियां के पास रावी नदी पर बने पुल के साथ करियां-भड़ियां पंचायत को जोड़ने वाला रास्ता टूट जाने की वजह से यहां के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल यहां कुछ साल पहले इस पुल के टूट जाने की वजह से इस पर भारी वाहनों का आना जाना वर्जित कर दिया गया था। जिसकी वजह से अब यहां पर एक नए पुल का निर्माण किया जा रहा है। जब कंपनी द्वारा पुल के निर्माण कार्य को शुरू किया गया तब यहां पर कंपनी द्वारा ब्लास्टिंग करने की वजह से गांव का रास्ता टूट गया। जिसकी वजह से यहां की करीब 3 पंचायत के हजारों लोग चंबा मुख्यालय से सड़क मार्ग से पूरी तरह से कट गए।
गांव में पैदल चलने के लिए रास्ता तक नहीं बचा है। जिस कारण लोगों को आने-जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर कोई बीमार होता है तो उसे पीठ पर उठाकर पुल के ऊपर नदी पार करवानी पड़ रही है। कई बार लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन व ठेकेदार से छोटा मार्ग बनाने की गुहार भी लगाई लेकिन अभी तक उनकी इस मांग को किसी ने भी पूरा नहीं किया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नए पुल निर्माण कार्य की वजह से उनके गांव का आने जाने वाला रास्ता पूरी तरह से टूट चुका है। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें फिलहाल छोटी गाड़ियों के लिए वैकल्पिक रास्ता बनाया जाए उसके बाद पुल का काम शुरू किया जाए लेकिन प्रशासन भी उनकी बात की अनदेखी कर रहा है।
लोगों ने बताया कि पिछले 1 महीने से उनकी सभी गाड़ियां नदी के दूसरे छोर पर रास्ता टूटने की वजह से फंसी हुई हैं। जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बूढ़े, बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं इन सभी को यहां से पैदल गुजरना पड़ता है। लोगों ने बताया कि कंपनी के कार्य की वजह से उन्हें पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि पहले उनके पैदल चलने व छोटी गाड़ियों के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए और उसके बाद पुल का कार्य शुरू किया था ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।