हिमाचल

“कांगड़ा की आशा-आकांक्षाओं को परिलक्षित करता बजट”

कांगड़ा की आशा-आकांक्षाओं को परिलक्षित करता बजट
पर्यटन राजधानी के साथ प्रत्येक वर्ग के नवोत्थान के लिए समपर्पित

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए पेश किया गया बजट जिला कांगड़ा के नवोत्थान के लिए एक विस्तृत योजना लेकर आया है। बजट ने जिले के किसानों, पशुपालकों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के भीतर अभूतपूर्व ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार किया है।

प्रदेश में वर्ष 2024-25 के लिए 58 हजार 444 करोड़ का बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला कांगड़ा के प्रत्येक वर्ग के हितों की चिंता की है। जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने और प्रेदश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लाया गया यह बजट सबकी आकांक्षाओं को समेटे है।

पर्यटन राजधानी की दिशा में….

जिला कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में स्थापित करने की प्रतिबद्धता मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने इस साल के बजट में भी पेश की। गग्गल हवाई अड्डा के विस्तार के लिए पुनर्वाय एवं पुनः स्थापन योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसके बाद भू-अधिग्रहण का कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा।

वहीं धर्मशाला के रक्कड़ और पालमपुर में 13-13 करोड़ रूपये की लागत से हेलीपोर्ट विकसित किये जाएंगे। इनका सर्वेक्षण होने के बाद डिजाइन प्राप्त किया जा चुका है तथा इनकी डीपीआर तैयार की जा रही है, जिसके तुरंत बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। पर्यटन विकास के लिए प्रतिबद्धता की दिशा में बढ़ते हुए स्वदेष दर्षन-2 के अन्तर्गत पौंग डैम के विकास और प्रबन्धन के लिए एक उंेजमत चसंद तैयार किया गया है।झढ़ते हुए स्वदेश दर्शन-2 के अन्तर्गत पौंग डैम क्षेत्र के विकास और प्रबन्धन के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है।

पढ़ाई के साथ खेल-कूद को बढ़ावा

अपने बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा के युवाओं के लिए शिक्षा की अच्छी व्यवस्था उपलब्ध करवाने के साथ-साथ खेलों को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट की है। प्रथम चरण में प्रदेश में बनने वाले पाँच राजीव गांधी माॅडल डे बोर्डिंग स्कूलों में जिला कांगड़ा को अधिमान देते हुए उन्होंने नगरोटा बगवां और ज्वालामुखी के लाहड़ू में निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही। वहीं राजीव गांधी राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज, नगरोटा बगवां में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा विज्ञान बी.टेक और डिप्लोमा कोर्स शुरू किये जाएंगे।

जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के जण्डौर में राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में शैक्षणिक सत्र 2024-25 से कक्षाएं आरम्भ कर दी जाएंगी। खेलों की बात करें तो रैहन और देहरा में स्विमिंग पूल सुविधा के साथ इंडोर स्टेडियम, वहीं जयसिंहपुर में इंडोर बहुउद्देशीय खेल परिसर का निर्माण किया जाएगा।

आत्मनिर्भर कृषि एवं पशुपालन

बजट में मुख्यमंत्री ने कृषि एवं पशुपालन विभाग के अन्तर्गत जिला कांगड़ा के जसूर, पासू तथा पालमपुर में मंडियों का उन्नयन की बात कही। उन्होंने प्रदेश में उच्च उपज बीजों के बहुलीकरण के लिए सरकारी फार्मस् को चरणबद्ध ढंग से पुनर्गठित करने की बात कही। जिसके तहत 2024 में जिला कांगड़ा में भट्टू फार्म को अपग्रेड किया जाएगा। इसके माध्यम से उच्च कृषि तकनीक, नर्सरी उत्पादन प्रदर्शित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ‘हिम-गंगा’ योजना के अन्तर्गत ढगवार में 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाले पूरी तरह से स्वचलित दूध और दुग्ध उत्पाद संयत्र  की स्थापना की घोषणा की। इस प्लांट के लिए भूमि उपलब्ध करवा दी गई है तथा इसकी क्षमता को बाद में बढ़ाकर 3 लाख लीटर प्रतिदिन किया जाएगा।

ऊर्जा-बहुउद्दशीय परियोजनाओं से हरित कांगड़ा की ओर…

सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए जिले के पालमपुर और धर्मशाला नगर निगमों में सभी घरेलू उपभोक्ताओं को एनओसी प्राप्त करने के लिए नए भवनों में ‘सोलर वाॅटर हीटिंग सिस्टम’ लगाना अनिवार्य किया जाएगा तथा इन निगमों में स्थित सरकारी भवनों की छत पर चरणबद्ध तरीके से सोलर प्लांट लगाने होंगे। प्रदेश में छः जिलों में 501 मेगावाॅट की क्षमता वाले 5 सौर पार्क और 212 मेगावाॅट की क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने का कार्य आरम्भ किया जाएगा, जिसमें जिला कांगड़ा भी शामिल है। वहीं जिला कांगड़ा के दैहन में सब स्टेशन के निर्माण का कार्य 2024-25 में पूरा कर लिया जाएगा।

स्वास्थ्य को प्राथमिकता

स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए टांडा मेडिकल काॅलेज में नवजात शिशुओं में स्तनपान को प्रोत्साहित करने के लिए शिशुओं तथा जच्चाओं के लिए स्तनपान प्रबंधन केंद्र स्थापित होगा। इसके साथ ही टांडा मेडिकल काॅलेज में चल रहे नर्सिंग और जीएनएम स्कूल को नर्सिंग काॅलेज में स्तरोन्नत किया जाएगा।

जन-जन तक पहुंचे जल शक्ति

जिला कांगड़ा में जल शक्ति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बजट में कईं घोषनाएं मुख्यमंत्री द्वारा की गई हैं। प्रदेश के चार शहरों में 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की क्षमता वाली पेयजल योजना का काम इस वर्ष पूरा किया जाएगा, जिनमें जिला कांगड़ा के दो शहर जवाली और पपरोला हैं। 112 करोड़ रुपये की लागत से होने वाली पेयजल सुधार योजनाओं में जिला कांगड़ा का पालमपुर भी सम्मिलित है। बैजनाथ, पपरोला, शाहपुर और पालमपुर में सीवरेज परियोजनाओं पर चल रहे कार्यों को गति दी जाएगी तथा उन्हें 2024-25 में पूरा करने के प्रयास किये जाएंगे।

सुदृढ़ सड़कें बढ़ाएंगी कनेक्टिविटी
सीआरआईएफ के अन्तर्गत शाहपुर- सिंहुता- चुवाड़ी मार्ग का उन्नयन तथा ब्यास नदी पर टैरेस तथा स्थाना को जोड़ने वाले पुल का निर्माण कार्य 2024-25 में पूरा किया जाएगा।

अन्य प्रतिबद्धताएं

इनके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने काँगड़ा के चंगर बड़ोह में सब फायर स्टेशन तथा छोटा भंगाल और चुहार घाटी में अग्निशमन इकाईयाँ खोले जाने की घोषणा इस बजट में की।

Kritika

Recent Posts

न्‍यू पीसीसी की कवायद तेज : प्रतिभा टीम को फ्री हैंड नहीं, हाईकमान में संभाली कमान

Himachal Congress Reorganization: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित करने की प्रक्रिया शुरू हो…

21 minutes ago

बारातियों की बस और कार की टक्कर में पांच की मौत, चार घायल

Hardoi road accident: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र में सोमवार तड़के…

43 minutes ago

जानें, किस राशि के जातकों को मिलेगी सफलता और किसे रखना होगा संयम

Daily Horoscope November 25: सोमवार का दिन कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव और नई…

2 hours ago

जीपीएस की गलती बनी जानलेवा: कार नदी में गिरी, तीन की मौत

Bareilly GPS Navigation Acciden: बरेली में  एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत…

16 hours ago

एनसीसी स्थापना दिवस पर मंडी में रक्तदान शिविर, 50 कैडेटों ने दिखाया उत्साह

NCC Raising Day Blood Donation Camp: एनसीसी एयर विंग और आर्मी विंग ने रविवार को…

16 hours ago