हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिला के पहाड़ी क्षेत्रों विशेषतया हरिपुरधार नोहराधार बड़यालटा, पिउलीलानी आदि क्षेत्रों में इन दिनों बुरांस के फूल अपनी महक बिखेर रहे हैं। कई-कई किलोमीटर तक फैले ग्रास के जंगल इन दिनों फूलों की लालिमा से सराबोर हैं। दिल्ली पंजाब और हरियाणा से हरिपुरधार की ओर जाने वाले पर्यटक सड़क के दोनों किनारों पर खिले बुरास के फूलों को निहार कर अभिभूत हो रहे हैं। हर वर्ष इन क्षेत्रों में फरवरी से अप्रैल तक बुरांस के फूल खिलने से प्रकृति की अद्भुत छटा देखने को मिलती है और पर्यटन की दृष्टि से इसका बहुत ही महत्व है।
पंचायत समिति संगठन के अध्यक्ष मेला राम शर्मा का कहना है कि इन दिनों बुरास के फूलों की लालिमा का नजारा देखते ही बनता है और इससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलना स्वभाविक है। मालाराम शर्मा का कहना है कि बुरांस के फूलों से जूस भी बन सकता है लेकिन यहां सैकड़ों वर्षों से कई-कई टनों के हिसाब से हर साल बुरांस के फूल यूं ही बर्बाद हो जाते हैं।
उनका कहना है कि यदि इस क्षेत्र में सरकार द्वारा बुरांस के फूलों का जूस बनाने के लिए कोई लघु उद्योग लगाए जाएं तो इससे सैकड़ों लोगों को रोजगार उपलब्ध होने की संभावना है। उन्होंने राज्य सरकार से इस दिशा में ठोस प्रयत्न करने का आग्रह किया ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हो सके। उन्होंने सरकार से आग्रह किया की अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य के कारण इस क्षेत्र में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं और इस दिशा में भी सरकार को विशेष प्रयत्न की करने चाहिए।