हिमाचल में होने वाले मंडी लोकसभा सहित फतेहपुर अर्की और जुब्बल कोटखाई विधानसभा उपचुनाव पर सुरक्षा कर्मियों की पैनी नज़र रहेगी। उपचुनावों की सुरक्षा का जिम्मा संभालने के लिए 6 पैरामिलिट्री टुकड़ियां हिमाचल पहुंच चुकी है। चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के ख़र्चे पर भी कड़ी नज़र रहेगी।
विधानसभा का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के लिए ख़र्चे की अधिकतम राशि 30.70 लाख रुपए रखी गई है। जबकि लोकसभा में ये राशि 77 लाख रखी गई है। इन चार उपचुनावों में 15.3 लाख वोटर चयनित किए गए है, जिनमें मंडी में 13 लाख वोटर है। फतेहपुर के 87 हज़ार, अर्की में 92600 और जुब्बल में 71 हज़ार वोटर हैं। 40 मतदान केंद्र केवल महिलाएं ही संचालित करेंगी। ये जानकारी हिमाचल निर्वाचन अधिकारी सी पालरसु ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि 50 फ़ीसदी पोलिंग स्टेशन को वेब से जोड़ा गया है। 2696 टोटल पोलिंग स्टेशन में से 1400 स्टेशन ऐसे हैं जो वेब से जुड़ चुके हैं। इन पोलिंग स्टेशन में 148 संवेदनशील हैं। अभी तक इन चुनावों के दौरान कर्मचारियों की 23 शिकायतें आई हैं, जिनमें से 12 पेंडिंग हैं। 11 डिस्पोज़ हुई हैं। आदर्श चुनाव आचार सहिंता को लेकर 2 शिकायतें भी उनके पास पहुंची है, जो पुलिस को जांच के लिए भेज दी गई हैं। आयोग पेड न्यूज़ पर कड़ी निगरानी रख रहा है। उन्होंने बताया कि मंडी में 32077 नए वोटर , फ़तेहपुर 2069, अर्की 2564, जुब्बल कोटखाई 1595 नए वोटर बने है। इनमें से 18054 दिव्यांग वोटर है।