प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हिमाचल को केंद्र सरकार ने 122 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों जैसे लाहौल स्पीति प्रदेश में रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। प्रदेश को केंद्र सरकार से मिली सहायता राशि की जानकारी खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दी। इससे पहले प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की थी और प्रदेश में हुआ नुकसान और जारी राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार को 122 करोड़ रुपये की किस्त जारी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक करीब 1,200 से अधिक लोगों को लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा से निकाला जा चुका है। इनमें से 1,000 लोग लाहौल-स्पीति से हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए 7 हेलीकॉप्टरों की सेवाएं ली जा रही हैं। जिनमें सेना के 5 हेलीकॉप्टर शामिल हैं। एक हेलीकॉप्टर को गुरुवार को चंबा से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भेजा गया और दूसरे प्रदेश सरकार के हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली जा रही हैं।
लाहौल स्पीति के विभिन्न हिस्सों में पांच से सात फीट बर्फ में फंसे हजारों लोगों के लिए निर्माणाधीन रोहतांग टनल जीवनदायिनी बनी। रोहतांग टनल से हजारों लोगों की जान बची है। निर्माणाधीन टनल के दोनों छोर सितंबर 2017 में ही जुड़ गए हैं। इसके बाद आपातकालीन परिस्थितियों में इस टनल को लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाता है। 8.8 किलोमीटर लंबी यह टनल धुंधी से सिस्सू को जोड़ती है।