केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार 15 अक्तूबर को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रोहतांग टनल का निरीक्षण किया। वह 11:30 बजे के करीब आर्मी हेलीकॉप्टर से सीसू पहुंची। इसके बाद वह पूरे काफिले के साथ रोहतांग टनल रवाना हुई। रक्षा मंत्री ने साउथ पोर्टल में टनल का दौरा करने के अलावा बीआरओ के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। रक्षा मंत्री ने अधिकारियों से निर्माण कार्यों को समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि समय पर टनल का शुभारंभ हो सके और जनजातीय क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिले सके।
उन्होंने कहा कि रोहतांग सुरंग का निर्माण अति महत्वपूर्ण है। इसके बन जाने से यहां से सालभर आर्मी के वाहनों की आवाजाही होती रहेगी और सेना को सामान ले जाने के लिए टनल से समय की बचत भी होगी।
बीआरओ ने 10 अक्तूबर को रोहतांग टनल की खुदाई पूरी कर दोनों छोर मिला दिए थे। अब टनल के अंदर का काम शुरू होगा। चुनाव आचार संहिता के चलते मंत्री का दौरा गोपनीय रखा गया। वह किसी भी स्थानीय नेता से नहीं मिली। सेना ने पूरे एरिया को सील कल दिया है। इलाके में आम लोगों, मीडिया और अन्य नेताओं के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सेना ने पूरे क्षेत्र में जैमर लगा कर मोबाइल टावरों के नेटवर्क को भी बंद कर दिए गए थे। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण कार्यक्रम के बाद आर्मी के ही हेलीकॉप्टर से दिल्ली रवाना हो गईं। उल्लेखनीय है कि रोहतांग टनल 8 किलोमीटर 800 मीटर लंबी है जो 2019 तक पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दी जाएगी, इस टनल के बन जाने से लाहौल स्पीति के साथ पांगी के लोगों को भी सुविधा मिलेगी।