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‘जिंदगी से जंग हार रहे चंबा के युवा’, आंकड़ों में देखें सच्चाई

बिट्टु सूर्यवंशी |

जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीने का दम भरने वाली युवा पीढ़ी आज जिंदगी की जंग में हार मान रही है। आधुनिकता व प्रतिस्पर्धा में खुद को आगे रखने की दौड़ में आज का युवा इतना तनावग्रस्त हो रहा है कि वह अपनी जान भी खुद लेने में हिचक नहीं रहा है।

आत्महत्या करने वालों में युवाओं की संख्या अधिक

चंबा जिले में जहरीले पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास करने के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 में आत्महत्या का प्रयास करने के कुल 56 मामले सामने आये हैं जिनमें 29 पुरुष हैं जबकि 27 महिलाएं हैं। इनमें 16 से 34 साल तक के युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। 34 वर्ष से कम आयु वाले युवाओं की संख्या 34 रही है जबकि 34 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या 22 रही है।

वहीं, पुलिस से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष चार को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। आंकड़ों से साफ़ जाहिर होता है कि युवा वर्ग अपनी जिंदगी को इतना सस्ता समझने की भूल कर रहे हैं कि मामूली तनाव या असफलता पर मौत को गले लगाने जैसा कदम उठा रहे हैं जोकि एक चिंता का विषय है। पिछले वर्ष के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

 आत्महत्या के कुल मामले साल 2017

  •     जनवरी                        05
  •     फरवरी                        02
  •     मार्च                            04
  •     अप्रैल                          05
  •     मई                             06
  •     जून                             05
  •     जुलाई                         05
  •     अगस्त                        09
  •     सिंतबर                       06
  •     अक्तूबर                      04
  •     नवंबर                         06
  •     दिसंबर                       02