दो दिन की लगातार बारिश के बाद पहाड़ी दरकने से पत्थर गिरने के कारण एक बार फिर से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंडी जिला में सात मील के पास पूरी तरह से बंद हो गया है। जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से ट्रैफिक को अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर दिया है। लेकिन बड़े वाहन अभी भी जाम में फंसे हुए हैं। रात भर हाईवे के खुलने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। जहां पर पत्थर गिरे हैं वहां पहाड़ी से और पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। इस कारण अभी मलबा हटाने का कार्य नहीं किया जा रहा है।
शाम करीब पांच बजे सात मील के पास पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और सात बजे बड़े – बड़े पत्थर पहाड़ी से आ गिरे, जिस कारण हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया। मंडी से मनाली की तरफ जा रहे वाहनों को वाया शिवाबदार भेजा जा रहा है जबकि कुल्लू की तरफ से आ रहे वाहनों को पंडोह से वाया गोहर-चैलचौक भेजा जा रहा है। लेकिन इसमें भी छोटे वाहन ही भेजे जा रहे हैं जबकि बड़े वाहन जाम में ही फंसे हुए हैं।
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने पुष्टि करते हुए बताया कि अंधेरा होने के कारण हाईवे पर गिरे मलबे को नहीं हटाया जा पा रहा है। सुबह होते ही तुरंत प्रभाव से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा और हाईवे को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि मंडी जिला में फोरलेन निर्माण कार्य हो रहा है और सात मील के पास ऐसा स्पॉट बन गया है जहां पर की गई कटिंग के कारण हर समय पहाड़ी से पत्थर गिरते रहते हैं। यहां आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। फोरलेन निर्माण के लिए की गई कटिंग के कारण ही यहां बार-बार हाईवे बंद हो रहा है जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।