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मंडी: भूस्खलन के चलते चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बंद, हजारों पर्यटक फंसे

पी. चंद |

भारी मूसलाधार बारिश के चलते सोमवार दोपहर बाद चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे मंडी पंडोह के बीच कई जगह भारी भूसख्लन के चलते बंद हो गया है। मनाली के लिए वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला भी क्षतिग्रस्त हो गया है। मंडी पंडोह के बीच कई जगह पर बड़ी बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गई हैं। इससे मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। इस मार्ग पर इन दिनों हजारों की तादाद में पर्यटक वाहन चल रहे हैं। मार्ग के बंद होने से हजारों पर्यटक फंस गए हैं। वाहनों की मीलों तक कतारें लग गई हैं। मंडी से आगे वाहनों को जाने नहीं दिया जा रहा है क्योंकि मार्ग पर खतरा बना हुआ है। फोरलेन का काम कर रही कंपनियां मार्ग को खोलने में लगी हैं मगर बारिश के लगातार होने से इसमें भी बाधा आ रही है।

इधर पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि भारी बारिश के कारण मंडी मनाली नेशनल हाइवे संदली मोड और सात मील पंडोह के पास भूसख्लन के कारण बाधित हो गया है। वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला भी कन्नौज के पास मलबा आने से बंद हो गया है। ऐसे में कुल्लू मनाली घाटी पूरी तरह से कट गई है। उन्होंने बताया कि मशीनरी मार्गों को खोलने में लगी है। मार्गों को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने लोगों और पर्यटकों से आग्रह किया कि वह इन मार्गों पर न जाएं। आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें क्योंकि जगह जगह भूसख्लन का खतरा बना हुआ है।

उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने भी मंडी जिला में जारी बारिश को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने और किसी प्रकार का जोखिम न उठाने की अपील की है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के दूरभाष नम्बर 01905-226201,202,203,204 अथवा टोल फ्री 1077 नम्बर पर सूचित करें।

उपायुक्त ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 13 जुलाई को भी मंडी जिले के कई स्थानों पर भारी वर्षा-तेज हवाओं का रैड अलर्ट (चेतावनी) जारी किया है । उन्होंने जारी चेतावनी को ध्यान में रखते जिला के सभी नागरिकों व पर्यटकों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने लोगों से नदी-नालों के किनारे न जाने और जिला के ऊपरी इलाकों व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचने का आग्रह किया।

उन्होंने लोगों से अपील की कि खराब मौसम में अनावश्यक तौर पर घरों से न निकलें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं । अरिंदम चौधरी ने समस्त पंचायत प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों, ट्रैकर्स एवं नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे इस बारे लोगों को जानकारी प्रदान करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके ।

सेवाएं बहाली को मौके पर जुटी है मशीनरी

वहीं, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार ने बीते रोज से जारी बारिश के कारण जिला में कुछ जगहों पर विद्युत सेवाएं और सड़कें प्रभावित हुई हैं । उन्हें जल्द से जल्द पुनः बहाल करने के लिए विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मशीनरी के साथ मौके पर काम में जुटे हैं। 12 जुलाई शाम तक प्राप्त सूचना के मुताबिक जिला में 47 विद्युत ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं, जिसमें जोगेन्द्रनगर उपमंडल में 37, करसोग में 9 तथा सरकाघाट क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर सम्मिलित हैं । उन्होंने बताया कि जिला में 5 सड़कें भी प्रभावित हुई हैं, उन्हें भी बहाल करने का काम किया जा रहा है।