चंडीगढ़ मनाली हाइवे मंडी के पास 6 मील में भारी भूसख्लन के कारण 20 घंटे तक बंद रहा। इस कारण से हजारों की तादाद में वाहन दोनों ओर रूके रहे। कुल्लू से देश के कई प्रांतों को चलने वाली रात्रिकालीन बसें भी नहीं चल पाई। हजारों लोग फंसे रहे। इनमें से अधिकांश को वाहनों में ही रात काटनी पड़ी।
कई मीलों पैदल चल कर मंडी या जहां तक सड़क सही थी वहां तक पहुंचे। जरूरी वस्तुओं की सप्लाई भी नहीं हो पाई। बुधवार को शाम लगभग 5 बजे मूसलाधार बारिश के बीच बड़े बड़े पत्थर आने से यह मार्ग जो फोरलेन के लिए हो रही कटिंग के कारण पहले ही बेहद खतरनाक बना हुआ है, बंद हो गया।
गुरूवार को पूरा दिन मौसम साफ रहने पर ही कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 3 बजे खोला जा सका। पुलिस ने कुछ वाहनों को मंडी में रोक कर वैकल्पिक रास्ते वाया कटौला कमांद कांडी होकर कुल्लू के लिए भेजा मगर बड़े वाहन, लेह लदाख के लिए सप्लाई ले जा रहे ट्क, टैंकर, वोल्वों व अन्य बसें जहां थी वहीं खड़ी कर दी गई।
कुछ बसें पंडोह से वाया चैलचौक होकर भेजी गई मगर ये रास्ते तंग होने के कारण ज्यादा वाहन इसमें से नहीं गुजर पाए। इन दिनों सेब का सीजन भी चला हुआ है और नगदी फसलें भी कुल्लू घाटी से आ रही हैं ऐसे में इस मार्ग के बंद होने से सब कुछ रूक गया। अभी भी हालत सही नहीं हैं। कभी भी यह मार्ग बंद हो जा रहा है। सामरिक महत्व के इस मार्ग के लिए मंडी पंडोह के बीच का यह भाग बेहद सिरदर्दी वाला बना हुआ हैं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का हिमाचल दौरा भी इस सिरदर्द से निजात नहीं दिला पाया।