<p>प्रदेश के चंबा मेडिकल कॉलेज में अनियमितताओं की जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कॉलेज में कई भर्तियां नियमों को ताक पर रखकर की गईं। वर्ष 2017 में एमबीबीएस प्रशिक्षुओं के बैच को प्रोस्पेक्टस भी ज्यादा दामों पर दिए गए थे।</p>
<p>गौरतलब है कि इस गड़बड़झाले के दौरान डॉ. अनिल ओहरी कॉलेज के प्रिंसिपल थे। आरोपों के बाद सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। अब उन्हें चार्जशीट किया जा रहा है।</p>
<p>स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जून, 2018 में सरकार ने इस कॉलेज का ऑडिट कराया था। ऑडिट के लिए शिमला से टीम भेजी गई थी। इस दौरान वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं थीं, जिसके चलते सरकार ने डॉ. अनिल ओहरी को सस्पेंड कर उनका हेडक्वार्टर शिमला फिक्स कर दिया था।</p>
<p>स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने बताया कि वित्तीय अनियमितताओं के चलते चंबा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल ओहरी सस्पेंड चल रहे हैं। उन पर गंभीर आरोप हैं। प्रदेश सरकार इस मामले को गंभीरता से देख रही है। अब उन्हें चार्जशीट किया जा रहा है। चंबा मेडिकल कॉलेज पूर्व सरकार के कार्यकाल में खोला गया था। उस समय आईजीएमसी में तैनात डॉ. अनिल ओहरी को कॉलेज में प्रधानाचार्य पद पर तैनात किया गया था।</p>
<p><img src=”/media/gallery/images/image(2175).jpeg” style=”height:1190px; width:954px” /></p>
Dharamshala: धर्मशाला के सिंथेटिक ट्रैक में आयोजित 25वीं राज्य स्तरीय वन खेलकूद एवं ड्यूटी…
Dharamshala: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि को नौ दिवसीय उत्सव के रूप में मनाया…
New Delhi: केंद्र सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित राज्यों की सहायता के लिए…
Shimla: बिजली उपभोक्ता अब बिजली संभल कर ही जलाएं। यदि माह में 300 यूनिट…
शिमला: पेंशन पर हिमाचल में सियासत गरमा गई है। पहली तारीख को पेंशन का…
Shimla: 1974 से हिमाचल प्रदेश में अपना सफर शुरू करने वाली एचआरटीसी आज 50…