आज जहां लोग हादसे या दुर्घटना होने पर घायलों को अस्पताल पंहुचाने के वजाए कुछ लोग विडियो और फोटो लेने पर व्यस्त हो जाते है। ऐसे लोगों के सामने कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश संजय करोल ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। संजय करोल ने मानवीय मूल्यों का परिचय देते हुए मेडिकल एमरजेंसी में एक व्यक्ति की मदद की है।
न्यायमूर्ति करोल अपनी इनोवा गाड़ी से शिमला के पास ऑकलैंड हाउस स्कूल से गुजर रहे थे कि अचानक सड़क पर एक व्यक्ति बेहोश हो कर गिर पड़ा। वहीं अपने ओहदे को नजर अंदाज करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने सड़क पर तड़प रहे व्यक्ति को अपनी गाड़ी से आईजीएमसी पहुंचाया और खुद अपनी डयूटी निभाने के लिए उच्च न्यायालय की ओर पैदल चल दिए।