मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किन्नौर जिला में 62.17 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।
सिरमौर की विकासात्मक परियोजनाएं
रिकांगपिओ स्थित क्षेत्रीय अस्पताल के 2.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ओपीडी ब्लॉक और जेरियाट्रिक वार्ड, हंगो/चूलिंग में 1.06 करोड़ रुपये से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन, लियो में 90 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन, 1.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लिप्पा के भवन, 1.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांगी के भवन, 84 लाख रुपये की लागत से निर्मित राजकीय माध्यमिक पाठशाला युवारिंगी के भवन, रिकांगपिओ स्थित 4.21 करोड़ रुपये से निर्मित जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर भवन, पूह में 1.79 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्टेडियम और सांगला तहसील में 6.52 करोड़ रुपये की लागत की बहाव सिंचाई योजना कामरू, सांगला में 4.16 करोड़ रुपये की लागत से मलनिकासी प्रणाली, 63 लाख रुपये लागत से सांगला के लिए ठोस कचरा प्रबंधन, कामरू ग्राम पंचायत के बदंग में 32 लाख रुपये से निर्मित गौ सदन, सापनी में 90 लाख रुपये लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बारा कम्बा में 71 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन और टापरी में स्थित दो करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मार्केट यार्ड और कृषि उत्पाद विपणन परिसर के लोकार्पण किए।
मुख्यमंत्री ने रिकांगपिओ में 14.20 करोड़ रुपये की लागत से बहुमंजिला पार्किंग, रिकांगपिओ और कल्पा तहसील के समीपवर्ती क्षेत्रों के लिए तीन करोड़ रुपये लागत की उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, उपायुक्त कार्यालय रिकांगपिओ के समीप 45 लाख रुपये से हेड स्टोरेज जलाशय, निचार तहसील के कटगांव में 2.51 करोड़ रुपये के बाढ़ नियंत्रण कार्य, कामरू में 38 लाख रुपये लागत से मुख्यमंत्री लोक भवन, सांगला में 93 लाख रुपये लागत की बहुद्देशीय पार्किंग, भावानगर में 4.66 करोड़ रुपये लागत के सराय भवन, कफनू में 78 लाख रुपये लागत के हेलीपैड, टापरी में 2.39 करोड़ रुपये लागत के संयुक्त कार्यालय भवन और लिप्पा से कारला के लिए 3.37 करोड़ रुपये लागत की बहाव सिंचाई योजना के शिलान्यास किए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष बल दे रही है, क्योंकि यह क्षेत्र अन्तरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगते हैं। इन क्षेत्रों में अधोसंरचना जैसे सड़क, संचार, ऊर्जा और जलापूर्ति के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन क्षेत्रों के विकास के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध करवा रही है। क्षेत्र के कांग्रेस नेता द्वारा इस क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। जबकि हकीकत में जमीनी स्तर पर कुछ भी नही हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एक ही दिन में क्षेत्र के लिए 30 करोड़ रुपये की परियोजनाएं समर्पित की हैं। जिले में लोगों को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सीमा सड़कों पर 84 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं क्षेत्र की 65 पंचायतों में 60 पंचायतों को सड़क से जोड़ा जा चुका है, शेष पंचायतों को भी शीघ्र ही सड़कों से जोड़ा जाएगा। इस अवसर पर जिला किन्नौर की विकासात्मक यात्रा पर आधारित वृतचित्र भी प्रदर्शित किया गया।