मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र में 80 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। उन्होंने डरोह (स्तर-2) में 57.07 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन, 108.35 लाख रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पाहड़ा जिला कांगडा के अतिरिक्त भवन, उप-तहसील सुलह, 1.94 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पालमपुर के काठुल कुहाल में बहाव सिंचाई योजना, पालमपुर में 1.47 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाली एफआईएस कूहल सिंचाई योजना, पालमपुर की ग्राम पंचायत सनहून और आस-पास के गांव के लिए 1.16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित उठाऊ सिंचाई योजना और मारंड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 (बैच-1) के अन्तर्गत 10.92 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से धीरा से देवी टीला (कनपट) सड़क के स्तरोन्यन, 8.61 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से चिरान से थिरक वाया देवी टीला गांव और बाथू खड्ड पर पुल सहित, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 (बैच-1) के अन्तर्गत 3.68 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से फेरड से थांबा सड़क के स्तरोन्यन और 99.55 लाख रुपये की अनुमानित लागत से सपरूल से हरिजन बस्ती सनोह वाया राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सनोह की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने 6.35 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ठाकुरद्वारा राम नगर राजचर टी एस्टेट गोडाउन शिव नगर कॉलोनी राधाकृष्ण मन्दिर हिमालय वाया टी फैक्ट्री सलोह सड़क और जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 1.52 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पालमपुर की ग्राम पंचायत रौरा के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 2.89 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गांव बुल्ला मेंजा, गर्देहर, घडेला कलां आदि के लिए, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 1.44 करोड़ रुपये की लागत से गांव घराना खास, अलसा, बड़रेहड और तमलोह की आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए, 2.44 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पालमपुर के लाहरू बछवाई में उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। उन्होंने इसी मिशन के अन्तर्गत कुरल, सिहोटू, मरहून और पालमपुर क्षेत्र में लाहरू बछवाई उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना का शिलान्यास भी किया, जिसपर 5.67 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में 10.25 करोड़ रुपये की लागत से धर्मशाला-डाड-पालमपुर-होलटा-चढियार-संधोल सड़क पर न्यूगल खड्ड पर 120 मीटर लम्बे डबल लेन पुल का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने पालमपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले कांगड़ा जिले का दौरा करते समय, वह धर्मशाला से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शिलान्यास और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने की योजना बना रहे थे। लेकिन कांगड़ा के नेताओं के इस आश्वासन के उपरान्त ही परस्पर दूरी का समूचित ध्यान रखा जाएगा, उन्होंने सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया। राज्य में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए, सरकार ने सार्वजनिक परिवहन शुरू करने का निर्णय लिया और राज्य में सभी व्यावसायिक गतिविधियों को भी बहाल किया। उन्होंने कहा कि लोगों को अभी भी यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपायों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता भी इस महामारी को मुद्दा बनाकर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैंे। जब वे शिमला में अपने कार्यालय से बैठक कर रहे थे, इन नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य के लोगों से मिलने से बच रहे हैं। लेकिन अब जब वह कांगड़ा के दौरे पर हैं, तो वही नेता आरोप लगा रहे हैं कि मुख्यमंत्री सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यह दिन सुलह विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वर्णीम दिवस है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित की हैं। उन्होंने उप तहसील सुलह का उद्घाटन करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, जिससे क्षेत्र के लोगों की लंबित मांग पूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी और विकासात्मक योजनाएं आरंभ की हैं। उन्होंने वर्तमान प्रदेश सरकार पर विपक्ष नेताओं द्वारा तथ्यहीन आरोपों की भी कड़ी निन्दा की। उन्होंने मुख्यमंत्री कोविड फंड और पीएम केयर्ज फंड में 35 लाख रुपये के योगदान के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से सुलह विधानसभा क्षेत्र के मांझा के लिए नेचर पार्क और स्टेडियम स्वीकृत करने का भी आग्रह किया।