राज्य सरकार मंडी शहर में शिव धाम को विकसित करने पर विचार कर रही है ताकि पर्यटकों के लिए छोटी काशी मंडी को और आकर्षण बनाया जा सके। इस संबंध में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के समक्ष आज यहां एक प्रस्तुति दी गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का विचार बारह ज्योतिर्लिंग जोकि गुजरात के गिर सोमनाथ में सोमनाथ, आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन, मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर, मध्य प्रदेश के खंडवा में ओंकारेश्वर, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में केदारनाथ, महाराष्ट्र में भीमाशंकर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विश्वनाथ, महाराष्ट्र के नासिक में त्र्यंबकेश्वर, महाराष्ट्र के परली में वैद्यनाथ, गुजरात के द्वारका में नागेश्वरा, तमिलनाडू के रामेश्वरम में रामनाथस्वामी और महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ग्रिशनेश्वर के प्रतिरूप तैयार करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिव धाम का विकास करते समय यह सुनिश्चित किया जाएगा कि क्षेत्र की परिस्थितियों और पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए बाह्य वित्त पोषण उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन आरडी धीमान, निदेशक पर्यटन यूनुस, प्रबंध निदेशक पर्यटन कुमुद सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।