मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज संजौली के समीप निर्माणाधीन हैलीपोर्ट के निर्माण कार्य की प्रगति कार्यों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हेलीपोर्ट 10.85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किया जा रहा है और इसके तैयार होने के बाद उड़ान योजना के अंतर्गत हैलीकॉप्टर सेवाएं सुदृढ़ हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि यह हैलीपोर्ट न केवल पर्यटकों को सेवाएं प्रदान करेगा बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में भी उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने अधिकारियों से हैलीकॉप्टर के लिए ‘हैंगर’ सुविधाएं विकसित करने की संभावनाओं का भी पता लगाने के निर्देश दिए ताकि हैलीकॉप्टर इस्तेमाल में न होने की स्थिति में उसे वहां रखा जा सके।
जयराम ठाकुर ने अधिकारियों से निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा यहां पर्याप्त पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि यहां आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो।
इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने शिमला के पीटरहाॅफ के निकट विली पार्क में निर्माणाधीन परिधि गृह के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और इसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 45 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस परिधि गृह में 89 कमरें होंगे और इससे न केवल राज्य अतिथियों को रहने की सुविधा उपलब्ध होगी बल्कि शिमला आने वाले पर्यटक भी इसकी सेवाएं ले सकेंगे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इस परिधि गृह को अक्तूबर, 2019 में पूर्ण करने का लक्ष्य का रखा गया है और संबंधित अधिकारियों को इसे निर्धारित समय में तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्मित होने वाले इस परिधि गृह में सभी मूलभूत सुविधाएं जैसे आधुनिक कमरे, लिफ्ट तथा पर्यटकों के लिए पर्याप्त पार्किंग सुविधा भी उपलब्ध होगी।
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग जेसी शर्मा, निदेशक पर्यटन विभाग यूनुस, प्रमुख अभियंता राज कुमार वर्मा, मुख्य अभियंता शिमला क्षेत्र ललित भूषण, प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम कुमुद सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिमला के रिज का कुछ भाग धंसने की आ रही समस्या के समाधान बारे आईआईटी रूड़की के विशेषज्ञों के साथ पीटरहॉफ में चर्चा की। उन्होंने कहा कि रिज को ‘स्टेबल’ करने के लिए प्रौद्योगिकी का सहारा लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि इस स्थल का सौंदर्यकरण किया जा सके और इससे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रतन अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए पर्याप्त स्थान भी मिल सकेगा।