धर्मशाला में आज राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्रों में रसायन आपदा सम्बन्धी उपायों के लिये टेबल टॉप अभ्यास आयोजित किया गया। मुख्य सचिव ने अपने सम्बोधन में कहा कि औद्योगिक आपदा में विशेष बात यह है कि इसे दोबारा रोका जा सकता है और उचित पूर्व तैयारी के द्वारा जान-माल पर होने वाले प्रभाव को न्यूनतम स्तर तक लाया जा सकता है।
इस दौरान औघोगिक दुर्घटना से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी एवं ऐसी घटनाओं के घटित होने के उपरान्त जान-माल की रक्षा के लिये की जाने वाली कार्यवाही पर चर्चा की गई। टेबल टॉप अभ्यास में जहरीली गैसो के रिसाव उपयोग के दौरान, परिवहन, भण्डारण, दुर्घटनाग्रस्त होने के स्रोत, गैसे टेंकर वाहनों में दुर्घटना की स्थिति, दुर्घटना किसी औद्योगिक संयत्र में हुई है, तो ऐसी स्थिति में उस उद्योग के द्वारा स्थानीय पुलिस स्टेशन और स्थानीय लोगों को सूचना देने, दुर्घटना की स्थिति में बचाव के साधन, जहरीली गैस के मानव शरीर पर प्रभाव, प्राथमिक उपचार, दुर्घटना का प्रभाव क्षेत्र और खतरनाक रसायनों के वाहनों से होने वाले खतरों से बचाव बारे विस्तृत चर्चा की गई।