मुख्य सचिव बी.के अग्रवाल ने परिवहन, पुलिस और हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ प्रदेश में सड़क सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने परिवहन और पुलिस विभाग द्वारा की जाने वाली वाहनों की जांच की समीक्षा की और निर्देश दिए कि पुलिस तथा परिवहन विभाग चालान करने की प्रक्रिया को सख्त बनाए। उन्होंने कहा कि ओवर-लोडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज गति और लापरवाह ढंग से गाड़ी चलाना, गाड़ी चलाते हुए मोबाईल का इस्तेमाल, सीट बेल्ट न लगाना तथा गाड़ी चलाते हुए म्युजिक स्सिटम चलाने से सम्बन्धित उल्लंघनों को रोकने पर बल देना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में भी निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए।
बी.के अग्रवाल ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा अभियान में ओवर-लोडिंग पर बल देने के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम को किसी स्थान पर फंसे हुए लोगों को परिवहन का अन्य विकल्प प्रदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए और आमजन को किसी भी प्रकार की मुश्किल पेश नहीं आनी चाहिए। उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम को निर्देश दिए कि वर्तमान में अक्रियाशील पड़ी सभी 99 जेएनएनयूआरएम बसों को शीघ्र क्रियाशील किया जाए और इस संबंध में प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाए।
उन्होंने परिवहन विभाग को लोगों को प्रभावी लोक परिवहन प्रदान करने के लिए नए बस/टैक्सी/मैक्सी रूटों को चिन्हित करने और ओवर-लोडिंग की समस्या से निपटने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने ब्लैक स्पॉटस को ठीक करने पर बल देने के भी निर्देश दिए।