कुल्लू के ढालपुर चौक में मानव-तस्करी का मामला सामने आया है। बिहार के नाबालिग मजदूर को एक संस्था ने अपने संरक्षण में ले लिया है। बताया जा रहा है कि बच्चे को किसी ठेकेदार ने बिहार से खरीदा था और कुल्लू लाकर किसी और को बेच दिया। बच्चा यहां एक घर में मजदूरी कर रहा था।
बच्चे के मुताबिक उसे एक ठेकेदार ने बेच दिया था। अब उसे अपनी आजादी के लिए जिस घर में काम कर रहा था, उन्हें 2 हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से उसकी पूर्ति करनी थी। बच्चे के पास पैसे नहीं थे। फिर भी वह अपने घर फरार होने की ठानी और एचआरटीसी बस में बैठ गया। लेकिन, पैसे नहीं होने की वजह से कंडक्टर ने उसे ढालपुर चौक पर ही बस से उतार दिया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वयंसेवी संस्था ने उसे अपने संरक्षण में ले लिया। संस्था के अध्यक्ष अभिषेक राय ने बताया कि इस बच्चे को बाल संरक्षण समिति को सुपूर्द किया गया है। बताया जा रहा है कि कुल्लू में बिहार से आए काफी बच्चों को ठेकेदार पैसे के एवज में बेच रहे हैं।