जिला मुख्यालय धर्मशाला में वीरवार को उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में विभाग के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अगुवाई में मेधावी छात्रों ने मोर्चा खोल दिया। योजना के तहत लैपटॉप लेने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों से मेधावी छात्र सुबह ही लैपटाप लेने के लिए उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में पहुंचे थे, लेकिन यहां पहुंचने पर उन्हें लैपटॉप विभाग के कार्यालय में न देने की बात कह दी। इससे दूर-दूर से धर्मशाला पहुंचे यह छात्र भी विभाग की इस कार्यप्रणाली पर उखड़ गए और वहां पर लैपटॉप दिए जाने की मांग करने लगे।
इसी दौरान धर्मशाला की एबीवीपी के सदस्य भी वहां पर पहुंच गए और उन्होंने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नारेबाजी शुरु कर दी। पहले तो विभाग के अधिकारी विद्यार्थियों को टालते रहे, लेकिन हंगामा ज्यादा होते देख बाद में उन्होंने वीरवार को कार्यालय पहुंचे विद्यार्थियों को लैपटॉप बांट दिए।
अभिभावक विजय ने कहा कि मेरे बच्चे ने साल 2017-18 में दसवीं पास की थी। उसे लैपटॉप मिलना था, एक सप्ताह पहले विभाग ने इस बारे सार्वजनिक सूचना मीडिया के माध्यम से दी थी, आज लैपटॉप लेने आए तो इंकार कर दिया। अब कह रहे हैं कि विधानसभा क्षेत्रों में मंत्री विधायक देंगे।
वहीं, अन्य अभिभावक नरेश सिंह ने कहा कि वह नालागढ़ से आए हैं। पिछले कल फोन करके विभाग के कार्यालय से कहा गया था कि लैपटॉप सिर्फ आज ही मिलेंगे, यहां पहुंचे तो कहा कि अब मंत्री देंगे लैपटॉप। पहले ही दो साल बाद लैपटॉप दे रहे हैं। ऐसे में इस सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है, बस परेशानी ही बढ़ा रही है।