हिमाचल में करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम देने वाली इंडियन टैक्नोमैक कंपनी की परतें खुलने लगी हैं। इसी कड़ी में जांच एजैंसी सीआईडी ने छठी गिरफ्तारी की है। सूचना के अनुसार सीआईडी ने कंपनी के तत्कालीन जीएम प्रोडक्शन को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ की कार्रवाई अमल में लाने के बाद गिरफ्तारी की गई है।
इस मामले में पहले 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि कई लोग सीआईडी के जांच दायरे में चल रहे हैं। इनमें कुछ सरकारी मुलाजिम भी शामिल बताए जा रहे हैं, ऐसे में जांच एजैंसी पुख्ता साक्ष्य मिलते ही संबंधित लोगों पर शिकंजा कस सकती है।
सामने आया है कि फर्जी बिलों और दस्तावेजों के आधार पर कंपनी ने करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दे डाला। सीआईडी ने कंपनी के दिल्ली स्थित कार्यालय से भी कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। इस मामले में जांच एजैंसी को फोरैंसिक लैब से भी रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। सूत्रों की मानें तो वर्ष 2014 में कर चोरी का मामला सामने आने के बाद से टैक्नोमैक कंपनी के प्रबंधन से जुड़े कुछ अधिकारी फरार चल रहे हैं।
सीआईडी को छानबीन के दौरान कई कंपनियों के फर्जी बिल और दस्तावेज हाथ लगे हैं, ऐसे में संबंधित कंपनियों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। जांच के दौरान जो बिल व दस्तावेज मिले हैं वे अधिकतर फर्जी पाए गए हैं।